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ऐसे तो जीतने से रहे,दोनों दलों में गुटबाज़ी चरम पर Featured

खैरागढ़ में नवाज़ गुट ताकतवर बनकर उभरा, भाजपा गंडई में मोर्चा की बैठक से मंडल पदाधिकारी नदारद

 

खैरागढ़/गंडई. 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा ने भले ही कमर कस ली हो। लेकिन दोनों राजनैतिक दलों की आंतरिक गुटबाज़ी से तो लगता है। कि एक बार फिर जीत का सेहरा राजा के सिर ही बंधेगा।हांलांकि यह कहना अभी जल्दबाज़ी होगी। इससे पहले नगरपालिका चुनाव में भी इसका असर पड़ना तय है। खैरागढ़ और गंडई की दो तस्वीरों ने दोनों पार्टियों में चल रही आंतरिक गतिरोध की कलई खोल दी है। कांग्रेस में जहां नवाज़ खैरागढ़ में नवाज़ गुट ताकतवर बनकर उभरा है तो भाजपा में गंडई से आई तस्वीर एक अलग ही कहानी गढ़ रही है। हालांकि छुईखदान भी आन्तरिक गुटबाज़ी की इस कहानी से अछूता नहीं है। यहां भी भाजपा में गुटबाजी युवा मोर्चा के गठन के समय बाहर आ चुकी है।

 

पहली तस्वीर 

 

सांस्कृतिक भवन में जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नवाज़ खान का स्वागत कार्यक्रम। मंच पर नवाज़ खान के ठीक लगे हुए सोफे पर बीबीसी ग्रुप के व्यवसायी उत्तम सिंह और उनके पीछे कुर्सियों पर बैठे कांग्रेस के पुराने जनपद सदस्यों ने बता दिया है। कि वे सभी नए नेतृत्व को जगह दे रहे हैं। हालांकि इसी मंच से ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष द्वय यशोदा नीलाम्बर वर्मा और भीखम चंद छाजेड़ नदारद रहे। दोनों ने कहा कि उन्हें कार्यक्रम की जानकारी ही नहीं थी।और ये संगठन का कार्यक्रम नहीं था।

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दूसरी तस्वीर 

 

गंडई से आई,यहां पिछड़ा वर्ग मोर्चा की बैठक आयोजित हुई। मंच पर मोर्चा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिलाध्यक्ष शिव वर्मा,जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह और राजनांदगांव से पहुंचे मोर्चा के पदाधिकारी मौजूद रहे। पर भाजपा के मंडल अध्यक्ष संजय अग्रवाल,वरिष्ठ भाजपा नेता अश्विनी ताम्रकार,किसान मोर्चा जिला महामंत्री खम्मन ताम्रकार, राकेश ताम्रकार और मंडल भाजपा भाजपा के ज्यादातर पदाधिकारी नदारद रहे। पूछने पर बताया संगठन को जानकारी नहीं थी

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एक बार फिर खैरागढ़ से आई यहां पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया गया। राजीव चौंक के इस कार्यक्रम में भीखमचन्द छाजेड़,यशोदा वर्मा,मनराखन देवांगन से लेकर तमाम पदाधिकारी मौजूद थे। पर रज्जाक खान,ज़फ़र खान,उत्तम सिंह या यूं कहें कि नवाज़ खेमा नदारद रहा। 

 

घटनाएं दे चुकीं है गुटबाज़ी को हवा  

  •  छुईखदान - गंडई युवा मोर्चा अध्यक्षों का मंडल के अध्यक्षों ने जिला अध्यक्ष के पास जाकर विरोध दर्ज कराया पर हटा नहीं सके।
  • पूर्व विधायक कोमल जंघेल ने खुद छुईखदान युवा मोर्चा अध्यक्ष के नाम पर आपत्ति की।
  • कांग्रेस में कई मुद्दों पर संगठन और नवाज़ खेमा आमने सामने आ चुका है। 
  •  भीखमचंद छाजेड़ और नवाज़ खान खुद एक मुद्दे पर गंडई में आमने सामने आ चुके हैं।

 

क्या कहते हैं जिम्मेदार

व्यक्तिगत आयोजन - भीखमचंद

ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शहर भीखम चंद छाजेड़ ने बताया बिना संगठन की सूचना के आयोजित था। न ही बैठक आयोजित की गई। न विधिवत सूचना दी गई।इसलिए शामिल नहीं हुए। कुछ लोगों ने व्यक्तिगत तौर पर आयोजन किया था। 

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कार्यक्रम की जानकारी नहीं - यशोदा

ग्रामीण अध्यक्ष यशोदा वर्मा ने भी कार्यक्रम की जानकारी न होने की बात कही। साथ ही कहा संगठन स्तर पर कोई कार्यक्रम तय नहीं था।

 

बिना मंडल की अनुशंसा के तय किया नाम - संजय

गंडई मंडल भाजपा अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि पिछड़ा वर्ग मोर्चा अध्यक्ष पद के लिए हमने चार नाम भेजे थे। पर मोर्चा के जिलाध्यक्ष ने पांचवें नाम पर मुहर लगा दी। जबकि जिलाध्यक्ष ने मंडल द्वारा अनुसंशित नाम दिया था। मंडल की अनुशंसा के बिना नाम घोषित कर बैठक कर ली गई। इसलिए मंडल भाजपा के पदाधिकारी शामिल नहीं हुए।

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Last modified on Thursday, 19 August 2021 17:50

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