प्रधानपाठ का गेट सुधारने आएगी धमतरी की टीम, उखाड़कर बनाएंगे फ्लोर तभी मजबूत होगा स्ट्रक्चर

 

नियाव@ खैरागढ़

प्रधानपाठ बैराज की हालत जस की तस है। स्टीलिंग बेसिन के खोखला होने से पानी लगातार बह रहा है। विंग वाल से भी धार निकल रही है। अच्छी खबर ये है कि सोमवार को धमतरी की टीम गेट की मरम्मत के लिए पहुंचेगी। जरूरत पड़ी तो हाइड्रा (बड़ा क्रेन) भी मंगाई जाएगी। लेकिन बेसिन और फ्लोर की मरम्मत बारिश रुकने और पानी सूखने के बाद ही संभव है। जानकारों का कहना है कि पूरी कांक्रीट को उखाड़ने के बाद उसे बनाएंगे तभी मजबूती आएगी।

बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही और बैराज का पानी खोखले बेसिन से लगातार बह रहा है। विभाग के पास विंग वाल से निकल रही धार को रोकने का भी कोई विकल्प नहीं है। फिलहाल स्लूज गेट की मरम्मत पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए धमतरी से एक्सपर्ट एक बार आकर स्थिति देख चुके हैं। सोमवार को उनकी टीम फिर से प्रधानपाठ पहुंचेगी और वहां मौजूद क्रेन से बैराज के भीतरी हिस्से में गेट के सामने स्टापर लगाकर उसे रोकने का प्रयास किया जाएगा। इसके बाद भी स्थिति नहीं संभली तो हाइड्रा (बड़ी क्रेन) मंगाई जाएगी। कुल मिलाकर पहले स्लूज गेट को सुधारने का काम किया जाएगा ताकि विपरीत परिस्थितियों का सामना किया जा सके।

गेट का रॉड टूटे होने पर संदेह

बैराज के गेट नंबर-1 का रॉड टूटने का संदेह है। हालांकि विद्युत यांत्रिकी विग के सब इंजीनियर एके खोब्रागढ़े ने बताया था कि कपलिंग टूटी हुई है। पानी होने की वजह से स्टाफ उतर नहीं पा रहा। बताया गया कि दो दिनों तक स्टाफ ने पूरी कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हुए।

घटिया मटेरियल के कारण उखड़ी कांक्रीट

बैराज निर्माण में इस्तेमाल किए गए मटेरियल को लेकर शुरू से उंगलियां उठीं थीं। रेत-गिट्‌टी की क्वालिटी और मिक्सचर के अनुपात पर भी ग्रामीणों ने उंगलियां उठाई। जनप्रतिनिधियों और अफसरों से इसकी शिकायत भी की, लेकिन नतीजा शून्य रहा। जिम्मेदारों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई।

ठेकेदार डिपॉजिट निकालने बना रहा दबाव

काम में गड़बड़ी उजागर होने के डर से ठेकेदार ने दो माह पहले से ही दबाव बनाना शुरू कर दिया था। सिक्योरिटी डिपॉजिट निकालने के लिए वह अभी भी एप्रोच लगा रहा है। अगर वह सफल रहा तो शासन से राशि स्वीकृत कराने के बाद ही मरम्मत कार्य हो सकेगा।

पूर्व सांसद ने जताई थी आशंका

पूर्व सांसद देवव्रत सिंह ने बैराज को लेकर पहले ही आशंका जताई थी। उन्होंने कहा था कि यह बैराज बाढ़ नहीं रोक पाएगा। बैराज के स्लैब में क्रेक होने की जानकारी भी उन्होंने दी थी। वे छिंदारी बांध और बैराज के कैचमेंट एरिया का कंपेरिजन करते हुए कह चुके हैं कि वहां बांध बनना था।

 

आज आएगी टीम

धमतरी की टीम आज प्रधानपाठ पहुंचेगी और गेट को सुधारा जाएगा। जरूरत पड़ी तो हाइड्रा मंगवाएंगे।

एसएन शर्मा, एसडीओ, सिंचाई विभाग