खैरागढ़. जनपद पंचायत खैरागढ़ में गुरुवार को आयोजित सामान्य सभा की बैठक उस समय चर्चा का विषय बन गई जब जनपद अध्यक्ष राजेश्री त्रिपाठी ने बैठक से अनुपस्थित विभागीय अधिकारियों पर सख्त नाराजगी जताई। अध्यक्ष ने सार्वजनिक रूप से पीडब्लूडी (लोक निर्माण विभाग), पीएचई (लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग) और कृषि विभाग के अधिकारियों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए उनके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया।
जनपद अध्यक्ष त्रिपाठी ने बैठक के बाद पीएचई विभाग के एसडीईओ (उप अभियंता) को व्यक्तिगत रूप से फोन कर अनुपस्थिति का कारण पूछा। जवाब में अधिकारी ने खुद के अवकाश पर होने की बात कही और अपने स्थान पर कार्य की जिम्मेदारी सहायक अधिकारी धुर्वे को सौंपे जाने की बात कही। इस पर जनपद अध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण बैठक में अनुपस्थिति और सूचना का अभाव गंभीर लापरवाही की श्रेणी में आता है।
इससे भी अधिक चिंता की बात तब सामने आई जब पीडब्लूडी विभाग के अधिकारी ने जनपद अध्यक्ष के कॉल का जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा। जनपद अध्यक्ष ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब पीडब्लूडी विभाग के अधिकारी ने सामान्य समिति की बैठक को नजरअंदाज किया हो। उन्होंने कहा कि इस अधिकारी की लगातार गैरमौजूदगी से विकास कार्यों की समीक्षा में बाधा उत्पन्न हो रही है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि ऐसे गैरजिम्मेदार अधिकारी को जल्द से जल्द खैरागढ़ से हटाया जाए और उसकी जगह जिम्मेदार अधिकारी की नियुक्ति की जाए।
वहीं कृषि विभाग के अधिकारी ने बैठक से अनुपस्थित रहने पर खेद जताया और जनपद अध्यक्ष को आश्वस्त किया कि भविष्य में इस प्रकार की गलती नहीं होगी। उन्होंने आगामी बैठक में स्वयं उपस्थित रहने और विभागीय कार्यों की प्रगति से अवगत कराने की बात कही।
जनपद अध्यक्ष त्रिपाठी ने कहा कि सामान्य सभा की बैठकें विकास कार्यों की समीक्षा और योजनाओं की प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अत्यंत आवश्यक होती हैं। यदि अधिकारी ही इसमें भाग नहीं लेंगे तो न केवल योजनाओं की गुणवत्ता प्रभावित होगी, बल्कि जनता की समस्याएं भी अनदेखी रह जाएंगी। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारियों को बैठक की महत्ता को समझना होगा, अन्यथा प्रशासनिक कार्रवाई के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
सामान्य सभा में मौजूद अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी अधिकारियों की लापरवाही पर चिंता जताई और जनपद अध्यक्ष के सख्त रवैये का समर्थन किया। बैठक में विभिन्न पंचायतों से जुड़े विकास कार्यों की समीक्षा, अधूरे कार्यों की स्थिति और आने वाली योजनाओं पर भी चर्चा की गई।
जनपद अध्यक्ष त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि अब हर बैठक की उपस्थिति पर निगरानी रखी जाएगी और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ जिला कलेक्टर से कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।