ईग्नाईट के छात्रों को नवमी में सीधे प्रवेश, अन्य छात्रों में भी सिर्फ 50 को ही मिलेगा शहर में संचालित होने वाले आत्मानंद स्कूल मे कक्षा एक से दस तक के लिए आए आवेदनों में से पात्र पाए गए 1 हजार आवेदनों से लाटरी से अध्ययन करने वाले छात्रों का फैसला होगा। पात्र और अपात्र पाए गए आवेदनों पर स्कूल द्वारा सोमवार तक दावा आपत्ति मंगाई गई थी। आत्मानंद स्कूल में प्रवेश के लिए आए आवेदनों में शाला प्रबंधन ने हिंदी मीडियम स्कूल से प्रवेश लेने वाले छात्रों के आवेदनों को अपात्र घोषित कर दिया।
कक्षा 9 में दो सेक्शन, ईग्नाईट के छात्रों के अलावा आम 50 बच्चों को मिलेगा प्रवेश
खैरागढ़. शहर के बख्शी स्कूल में संचालित होने वाले आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल के लिए कक्षा एक से दस तक कुल 1796 आवेदन मिले थे। शनिवार को आवेदनों की छंटनी के बाद पात्र और अपात्र आवेदनों की सूची चस्पा कर सोमवार तक इसके लिए दावा आपत्ति मंगाई गई थी।
1796 आवेदनों में से प्रबंधन ने नियमों के मुताबिक 740 आवेदन अपात्र कर दिए। इसमें सबसे ज्यादा आवेदन हिंदी माध्यम स्कूलों से आने वाले छात्रों के थे।
नियमानुसार कक्षा एक को छोड़कर बाकी कक्षाओं में हिंदी माध्यम स्कूल में अध्ययनरत छात्रछात्राओं को आत्मानंद स्कूल के लिए अपात्र कर दिया गया है। इसके अलावा कई आवेदनों में छात्र-छात्राओं की उम्र निर्धारित समय पर कम और ज्यादा मिली। इसके चलते भी कई छात्र आत्मानंद में इस सत्र में पढ़ाई के लिए वंचित हो गए।
बाकी पात्र पाए गए 1017 आवेदनों में से लाटरी निकालकर स्कूल मे अध्ययन करनें वाले छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा।
आत्मानंद स्कूल में ईग्नाईट शाला के कक्षा आठवीं के छात्रछात्राओं को सीधे प्रवेश दिए जाने के अलावा लाटरी से 50 अन्य बच्चों का भी चयन किया जाएगा। कक्षा 9 में आम रूप से आए आवेदनों से 50 बच्चों को प्रवेश मिलेगा इसके चलते कक्षा 9 में अब तक की स्थिति के मुताबिक ईग्नाईट शाला के 39 छात्रछात्राओं को मिलाकर 50 अन्य बच्चों को भी प्रवेश मिलेगा। इससे ईग्नाईट शाला के छात्रों के साथ आम पालकों के बच्चों को भी राहत मिलेगी। अन्य कक्षाओं में कक्षा एक से दस तक कुल 50 छात्रछात्राओं का चयन किया जाना है।
होगा लाटरी से चयन
आत्मानंद स्कूल के प्रवेश प्रक्रिया के तहत आए आवेदनों में विद्यार्थियों का चयन लाटरी से होगा। प्रबंधन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। अधिकारियों की उपस्थिति में लाटरी सिस्टम निकालकर छात्राें का चयन किया जाना है। इसकी तिथि स्कूल ने घोषित नहीं की है। अधिकारियों के पास इसकी जानकारी भेजी गई है। जिसके बाद एक दो दिन में लाटरी सिस्टम किया जाना है।
दावा आपत्ति भी पूरी
अपात्र पाए गए आवेदनों की सूची जारी होने के बाद स्कूल ने पालकों से संतुष्ट नही होने पर दावा आपत्ति मंगाई थी। अधिकांश रूप से हिंदी मीडियम स्कूल के छात्रों को कक्षा दो से दस तक के आए आवेदनों को निरस्त कर दिया गया है। उम्र की समयसीमा को लेकर कूछ दावा आपत्ति पालकों ने की थी। इस पर स्थिति स्पष्ट करतें स्कूल प्रबंधन ने बताया कि 31 मई की स्थिति में कक्षा एक के लिए साढे़ पांच से साढे़ छह तक की उम्र के बच्चों को ही कक्षा एक में प्रवेश दिया जाना है। दावा आपत्ति में स्कूल को आधा दर्जन आवेदन भी नही मिले।