खैरागढ़. स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण में ब्लॉक का प्रकाशपुर पंचायत अलग कहानी गढ़ रहा है। यहाँ स्वच्छता की कमान गांव की बेटियों ने संभाल रखी है। बीते रविवार बेटियों ने गांव को प्लास्टिक मुक्त करने की मुहिम चलाई और बोरियों में प्लास्टिक इकट्ठा किया।
श्वेता बंजारे,सिद्धि मंडावी,मनीषा यादव,दिव्या साहू,लखेश्वरी निषाद,सीमा साहू,मीनाक्षी पटेल,प्रीति साहू,मेनका साहू,चंद्रिका यादव,कुसुम साहू,करन ध्रुवे, लछु साहू,सोनम साहू,यामिनी साहू,ज्योति यादव,यामिनी छेदया,दीपिका तांडेकर,गायत्री साहू,प्रीति यादव,लीला साहू सहित अन्य ने बताया कि उन्हें स्वच्छता की यह सीख स्कूल से मिली है। जिसको वे सभी मिलकर गांव स्तर पर लागू करने का प्रयास कर रहे हैं। गांव की बेटियों ने प्रकाशपुर के गली से प्लास्टिक वेस्ट इकट्ठा किया।
हर साल रोपते हैं पौधे
गांव में हर साल बारिश के दौरान पौधों का रोपण किया जाता है। इसकी कमान भी गांव के युवक ही संभालते हैं। गांव के देवेंद्र साहू, देवेंद्र पटेल, खोमलाल मंडावी, निलेश पटेल, जितेन पटेल व अन्य ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के हो रहे कार्यों से पौधारोपण की प्रेरणा मिली। और कहीं न कहीं स्कूल में पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों ने नवऊर्जा का संचार किया।
शिक्षक ने जगाई भूमिका
प्रकाशपुर के बच्चों और युवाओं में पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता का अलख जगाने में सबसे बड़ी भूमिका शिक्षक उमेंद पटेल की रही। पटेल कई वर्षों न केवल बच्चों को पर्यावरण संरक्षण की सीख देते हैं। बल्कि इस मुहिम में इनके सहभागी भी बनते हैं। जिसकी वजह से प्रकाशपुर के बच्चे न केवल स्वच्छता के लिए जागरूक हैं। बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित हैं।
संरक्षण का है बच्चों में जुनून
शिक्षक पटेल ने बताया कि प्रकाशपुर के बच्चों में पर्यावरण संरक्षण का अलग ही जुनून है। और उसी जुनून के चलते ये कार्य संभव हो पाया है। उन्होंने कहा - कि इन बच्चों ने स्वच्छता की मुहिम को एक टास्क की तरह लिया। और उसमें काफी हद तक सफल रहे।