मछली पालन से लाखों की आय,पर रखरखाव शून्य
खैरागढ़ 00 जिले का सबसे पुराना रुसे जलाशय सिंचाई विभाग की अनदेखी की वजह से किसानों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहा है। दुर्भाग्य जनक है कि सरकारें बदलने के बावजूद जलाशय के रख रखाव को लेकर को लेकर अब तक एक रुपए भी खर्च नहीं किए जा रहे हैं,जबकि जलाशय में मछलीपालन कर लाखों रुपयों की राशि का बंदरबाट किया जा रहा है। रुसे जलाशय के बाद बने हुए जलाशयों के लाइनिंग कार्य पूर्ण हो चुके हैं। जबकि रुसे जलाशय की नहर आज भी कच्ची है। जिसकी वजह से किसानों को कोई लाभ नहीं हो रहा है। और सिंचाई व्यवस्था दुरुस्त न होने का सीधा नुकसान किसानों को भोगना पड़ रहा है।
धाराशायी हुआ रेस्टहाउस,बांध पर उग आईं कंटीली झाड़ियां
सिंचाई विभाग की अनदेखी की वजह से सिंचाई विभाग का पुराना रेस्ट हाउस पूरी तरह से धराशाही होकर जर्जर हो चुका है। बांध के पिचिंग प्लेस में कंटीली झाड़ियां उग आईं है। जो पेड़ों में तब्दील हो चुकी हैं। बांध की पिचिंग में लगे हुए पत्थर भी उखड़ चुके हैं।
40 साल पहले बांध
रुसे जलाशय की गिनती क्षेत्र के चुनिंदा विरास्तकालीन बाँधो में होती है। सिंचाईं की दूरदर्शी सोंच के साथ जलाशय का निर्माण कराया गया था। जिसका लाभ तत्कालीन अवधि में मिलता रहा। लेकिन बाद में सिंचाई विभाग की अनदेखी की वजह से जलाशय का उपयोग मात्र मछलीपालन तक सीमित रह गया है।
पूर्व सांसद अभिषेक की घोषणा के बाद हुआ था सर्वे
कुछ वर्ष पहले पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने रुसे में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानपाठ बैराज से नहर के माध्यम से पानी लाने की प्रयास करने की घोषणा की थी। साथ ही सर्वे कराने के लिए राशि आबंटित कराई थी। जिसके बाद सर्वे कार्य हुआ था। पर फिलहाल हालात जस के तस हैं।
प्रशासनिक अदूरदर्शिता से बने ये हालात
ग्राम रुसे व उसके आसपास के गांवों की स्थिति प्रशासनिक लिहाज से भी विचित्र है। रुसे जहां विकासखंड खैरागढ़,विधानसभा डोंगरगढ़ और अब थाना ठेलकडीह में आता है। और जलाशय सिंचाई विभाग राजनांदगांव के क्षेत्राधिकार में आता है। जिसकी वजह से किसानों को हर छोटे काम के लिए भटकना पड़ता है।
सीधी बात
जी डी रामटेके
ई ई , जल संसाधन विभाग,राजनांदगांव
- प्रशासनिक स्तर पर रूसे जलाशय की अनदेखी क्यों ?
- ऐसा नहीं है व्यापक स्तर पर कार्ययोजना बनाई जा रही है। जिसमें प्रधानपाठ जलाशय से पानी से लेकर नहर कांक्रीटीकरण का कार्य शामिल है। बजट ने आबंटन हुआ है। प्राकलन तैयार किया जा रहा है।
- बीते वर्षों में क्यों नहीं किया गया रख रखाव ?
- मैं फिलहाल अभी आया हूँ। इसलिए राशि खर्च की गई है या नहीं। इसे मैं अभी नहीं बता सकता ।
- आपके अनुसार कब तक शुरू हो पाएगा कार्य ?
- फिलहाल तो कार्य योजना बनाई जा रही है। कार्य सही समय पर शुरू हुआ तो आने वाले 2 सालों में रुसे व उसके आसपास के किसानों की सिंचाई समस्या दूर हो जाएगी।
- अभी त्वरित निदान के रूप में क्या होगा ?
- अवलोकन कर देखते हैं कि क्या किया जा सकता है।