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- वनोपज संग्रहण से संवर रहा वनवासियों का जीवन
- छत्तीसगढ़ में अब तक 432 करोड़ रूपए के तेंदूपत्ता तथा लघु वनोपजों का संग्रहण
- प्रदेश के 12 लाख से अधिक परिवार हो रहे लाभान्वित
रायपुर, 15 जून 2020/ छत्तीसगढ़ में चालू सीजन के दौरान अब तक वनवासी ग्रामीणों द्वारा 432 करोड़ रूपए की राशि का तेंदूपत्ता और लघु वनोपजों का संग्रहण किया जा चुका है। राज्य में इसके 12 लाख से अधिक संग्राहक परिवारों को अब तक 165 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान भी कर दिया गया है, शेष राशि का भुगतान जारी है। इस तरह कोरोना संकट की इस कठिन घड़ी में भी राज्य में वनोपजों के संग्रहण कार्य से वनवासियों को काफी राहत मिली और इन्हें जीवकोपार्जन का भरपूर लाभ भी मिल रहा है। इससे छत्तीसगढ़ में वनवासी ग्रामीणों का जीवन तेजी से संवरने लगा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप और वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य में लॉकडाउन के दौरान संग्राहकों द्वारा इसके नियमों का पालन करते हुए लघु वनोपजों का संग्रहण कार्य सुव्यवस्थित ढंग से जारी है। इसके तहत राज्य में अब तक 9 लाख 71 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। इसमें तेंदूपत्ता संग्राहकों को 388 करोड़ 40 लाख रूपए के पारिश्रमिक का भुगतान किया जाना है। जिसमें से अभी तक 123 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान संग्राहकों को किया जा चुका है। इसी तरह चालू सीजन के दौरान अब तक लगभग 44 करोड़ रूपए की राशि के एक लाख 37 हजार क्विंटल लघु वनोपजों का संग्रहण हो चुका है। जिसमें से अभी तक संग्राहकों को 42 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमें अब तक वनमण्डलवार नारायणपुर में 12 हजार 897 क्विंटल लघु वनोपज तथा 12 हजार 665 मानक बोरा तेंदूपत्ता, दंतेवाड़ा में 11 हजार 566 क्विंटल लघु वनोपज तथा 3 हजार 614 मानक बोरा तेंदूपत्ता तथा बालोद में एक हजार 399 क्विंटल लघु वनोपज तथा 16 हजार 289 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। इसी तरह दक्षिण कोण्डागांव में 14 हजार 413 क्विंटल लघु वनोपज तथा 11 हजार 486 मानक बोरा तेंदूपत्ता, सुकमा में 8 हजार 702 क्विंटल लघु वनोपज तथा 40 हजार 978 मानक बोरा तेंदूपत्ता, धमतरी में 4 हजार 299 क्विंटल लघु वनोपज तथा 19 हजार 13 मानक बोरा तेंदूपत्ता, बीजापुर में 8 हजार 903 क्विंटल लघु वनोपज तथा 81 हजार 999 मानक बोरा तेंदूपत्ता तथा केशकाल में 7 हजार 874 क्विंटल लघु वनोपज तथा 16 हजार 655 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है।
वनमण्डलवार कोरबा में 4 हजार 570 क्विंटल लघु वनोपज तथा 33 हजार 146 मानक बोरा तेंदूपत्ता, रायगढ़ में 3 हजार 955 क्विंटल लघु वनोपज तथा 26 हजार 986 मानक बोरा तेंदूपत्ता, जगदलपुर में 18 हजार 708 क्विंटल लघु वनोपज तथा 11 हजार 792 मानक बोरा तेंदूपत्ता तथा कांकेर में 3 हजार 400 क्विंटल लघु वनोपज तथा 28 हजार 632 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। राजनांदगांव में 6 98 क्विंटल लघु वनोपज तथा 59 हजार 563 मानक बोरा तेंदूपत्ता, पश्चिम भानुप्रतापपुर में 3 हजार 755 क्विंटल लघु वनोपज तथा 67 हजार 727 मानक बोरा तेंदूपत्ता, बिलासपुर में एक हजार 585 क्विंटल लघु वनोपज तथा 14 हजार 20 मानक बोरा तेंदूपत्ता, धरमजयगढ़ में 2 हजार 607 क्विंटल लघु वनोपज तथा 54 हजार 285 मानक बोरा तेंदूपत्ता तथा बलरामपुर में 2 हजार 497 क्विंटल लघु वनोपज तथा 49 हजार 946 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। पूर्व भानुप्रतापपुर में 4 हजार 780 क्विंटल लघु वनोपज तथा 81 हजार 829 मानक बोरा तेंदूपत्ता, खैरागढ़ में एक हजार 823 क्विंटल लघु वनोपज तथा 28 हजार 409 मानक बोरा तेंदूपत्ता, कटघोरा में 2 हजार 651 क्विंटल लघु वनोपज तथा 36 हजार 69 मानक बोरा तेंदूपत्ता, मरवाही में एक हजार 508 क्विंटल लघु वनोपज तथा 11 हजार 356 मानक बोरा तेंदूपत्ता, कोरिया में 2 हजार 79 क्विंटल लघु वनोपज तथा 21 हजार 159 मानक बोरा तेंदूपत्ता, कवर्धा में 773 क्विंटल लघु वनोपज तथा 20 हजार 286 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है।
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