रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस की सरकार अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों को छत्तीसगढ़ वापस लाने के लिये केवल राजनीति के अलावा कुछ नही कर रही है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों की वापसी को लेकर केंद्र सरकार ने संवेदनशीलता से सही नियम बनाया है जिसका राज्य सरकार को शब्दशः पालन करना चाहिये। नियम के मुताबिक केंद्र को 85 प्रतिशत और राज्यों को 15 प्रतिशत वहन करना होगा। वही कांग्रेस केवल इस भ्रम को फैलाने लगी है कि सारा खर्च कांग्रेस अपने खजाने से कर रही है। इस विपत्ति के समय संयम का परिचय देते हुए हर बातें जवाबदारी से करना चाहिये ताकि भ्रम की स्थिति न निर्मित हो लेकिन कांग्रेस अपने हितों को साधने के लिये ऐसे स्थिति निर्मित कर रही है। प्रदेश में श्रमिकों को वापस लाने को लेकर ही सरकार में ही अनिर्णय की स्थिति है। उस स्थिति को स्पष्ट करना चाहिये।
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नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि काल्पनिक बातों को करने के बजाय प्रदेश सरकार को ये चिंता करनी चाहिये कि आखिरकार इन श्रमिकों के कोरेन्टाईन को लेकर किस तरह की तैयारी की गई है। उनके कोरोना जांच को लेकर किस तरह से कदम उठाये जा रहे है। इन सब सवालों से बचते हुए कांग्रेस की सरकार आत्म प्रंशसा में डूबी हुई है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने सवाल किया कि यदि कांग्रेस ही श्रमिकों को वापस लाने के लिये सारी कोशिशें कर रही है तो प्रदेश के एक अधिकारी ने रेलवे को पत्र लिखकर सहयोग की अपील किस लिये किया है। इस समय हम सब विषम परिस्थितियों से गुजर रहे है, हम सबकी जिम्मेदारी है कि एकजुटता के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि गैर जिम्मेदाराना कदम से कहीं हालत और गंभीर न हो जाये इसकी चिंता सबको करने की जरूरत है। कोरोना को लेकर हमें हर कदम गंभीरता और जिम्मेदारी से उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर हमें हर स्तर पर और सर्तक रहना होगा। जिस तरह से पूरे प्रदेश में कोरोना का फैलाव हो रहा है। वह सबके लिये लिये एक चुनौती है। उन्होंने प्रदेशवासियों के अपील की है कि सोशल डिस्टेंडिंग का पालन करना होगा। जो गाईडलाइन तय की गई है. उसका पालन करना होगा तभी हम कोरोना को परास्त करने में सफल हो पायेंगे।
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शीश महल से जब चला पत्थर ✍️जितेंद्र शर्मा
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