ख़ैरागढ़ 00 ऑफ कैंपस सेंटर को लेकर असंतुष्ट आंदोलन कारियों ने गुरुवार शाम सभी राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठनों की बैठक बुलाई। बैठक में ऑफ कैंपस सेंटर को लेकर आये निर्णय की जानकारी देते हुए भागवत शरण सिंह ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग के सचिव ने कुलसचिव को जो पत्र जारी किया है। उसमें ऑफ कैंपस सेंटर में डिप्लोमा में प्रवेश प्रक्रिया को आगामी आदेश तक स्थगित करने का निर्देश दिया गया। जबकि आम जन मानस ने उस पूरे कैंपस को ही बंद करने की मांग की है। जिसके बाद सभी राजनीतिक और गैर राजनीतिक प्रतिनिधियों से सुझाव आमंत्रित किए गए। जिसके बाद सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि आचार संहिता के पहले यदि शासन इसे बंद करने का निर्णय नहीं लेता है। तो आने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। बैठक में विचार रखते हुए पंडित मिहिर झा ने कहा कि यह पूरा मामला सारे नगर का है,इसका किसी भी तरह से राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। झा ने कहा कि यह ख़ैरागढ़ की अस्मिता का सवाल है। इसलिए हमें मिल जुलकर इस ऑफ कैंपस सेंटर को बंद कराना है।
ख़ैरागढ़ सर्वोपरि,मिलकर करना होगा प्रयास
ओम प्रकाश झा ने कहा कि ख़ैरागढ़ सर्वोपरि है। और ख़ैरागढ़ के हित के लिए हम सभी को एकजुट होकर आगे आना होगा। झा ने कहा कि हमें सभी को साथ लेकर इस आंदोलन को दिशा देनी है। राजीव चंद्राकर ने कहा कि आदेश से स्पष्ट हो गया है कि जान बूझकर विवि को विखंडित करने का प्रयास किया का रहा है। बैठक में लाल चिंताहरण सिंह,महेंद्र डाकलिया,प्रकाश सिंह,सुधीर सिंह,नीलेश यादव, प्रशांत सहारे,नितेश सिंह,रविन्द्र बहादुर सिंह,दुर्गेश नंदिनी श्रीवास्तव,रेखा झा,शशांक ताम्रकार, अंकुश सिंह,नितेश जैन,विजय जैन,अंकित चोपड़ा,साकेत श्रीवास्तव, चंद्रप्रकाश सारथी,समीर कुरैशी, सूरज देवांगन,श्रेयांश सिंह, विजय प्रताप सिंह,हर्ष वर्धन वर्मा,भीखू वर्मा,यहिया नियाजी,राजू यादव,मनोहर सेन,चंदन गोश्वामी,संदीप ठाकुर,मोनू सिंह सहित बड़ी संख्या में नगरवासी मौजूद रहे।
विवि का टूटना दुर्भाग्यजनक
रुद्रभूषण सिंह ने कहा कि इस विवि को खोले जाने में प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और पंडित रविशंकर शुक्ल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। राजा वीरेंद्र बहादुर सिंह व रानी पद्मावती आजीवन कांग्रेस की सेवा करते रहे । यह दुर्भाग्य का विषय है कि आज कांग्रेस के शासनकाल में ही यह विवि टूट रहा है। अजय जैन ने कहा बंद से यह साफ हो चुका है कि ख़ैरागढ़ का कोई भी नागरिक इस ऑफ कैंपस सेंटर के पक्ष में नहीं है तो इसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए। सुयश सिंह ने कहा कि भी को मिलकर इस दिशा में प्रयास तेज़ करना चाहिए। अनुराग तुरे ने कहा कि जारी हुआ आदेश स्पष्ठ नहीं है और इससे साफ हुआ है कि अभी सेंटर बंद नहीं हुआ है बल्कि प्रवेश को रोका गया। हम सभी को इसका हर स्तर पर विरोध करना चाहिए।
अस्मिता के साथ खिलवाड़ बरदाश्त नहीं
गुलाब चोपड़ा ने कहा कि संगीत विवि ख़ैरागढ़ की धरोहर है। हम सभी ने कुलपति से भी उक्त सेंटर को तुरंत बंद करने के लिए कहा है। भीखमचंद छाजेड़ ने कहा कि यह शहर का आंदोलन है इसकी सूचना और जानकारी कांग्रेस के लोगों को भी दी जानी चाहिए। छाजेड़ ने जोर देकर कहा कि ख़ैरागढ़ की हक की लड़ाई में सभी साथ हैं। मनराखन देवांगन ने कहा कि ख़ैरागढ़ की अस्मिता के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं। ख़ैरागढ़ वासी होने के नाते सभी इसे आदेश को रद्द कराने के लिए प्रयास रत हैं। नरेंद्र बोथरा,मनोज गुप्ता,मंगल सारथी ने भी एक स्वर में ऑफ सेंटर बंद करने की मांग को दोहराया।
कैंपस और कलेक्ट्रेट का किया जाएगा घेराव
बैठक में तय किया गया कि ऑफ कैंपस सेंटर बंद किए जाने की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। जिसके तहत शनिवार से लोगों के बीच जाकर जनसमर्थन जुटाया जाएगा। साथ अंबेडकर चौंक में धरना दिया जाएगा। विवि कैंपस और कलेक्टरेट का घेराव किया जाएगा। ज़रूरत पड़ी तो चक्काजाम और अनिश्चित काल के लिए नगर बंद पर विचार किया जा रहा है। आंदोलन कारियों ने प्रस्ताव पारित करते हुए कहा कि यदि आदर्श आचार संहिता लगने के पहले यदि इस सेंटर को बंद नहीं किया जाता तो आसन्न विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है।