23 हाथियों के दल जिसने बाईट दिनों महासमुंद के जंगल में उत्पात मचाया था। अब वे महानदी पार कर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की ओर बढ़ रहे हैं। जंगली हाथियों के स्वच्छंद विचरण से नागरिक काफी परेशान हैं। हाथियों का यह दल किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाने के बाद अब शहरी आबादी की ओर बढ़ रहा है। वन विभाग इन हाथियों को रोकने पुरजोर प्रयास कर रहा है।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार आरंग से मात्र 10 किमी दूर महानदी के किनारे हाथियों का यह दल पहुंच गया है। हाथियों का दल ग्राम गुल्लू में दो दिन से डेरा जमाए हुए हैं।
मिली सूचना के बाद वन विभाग आस-पास के इलाके में चौकसी बरत रहा है। यह वही क्षेत्र है जहां गत वर्ष महानदी में समोदा डायवर्सन के पास एक हाथी का बच्चा डूबकर बुरी तरह से जख्मी हो गया था। वन्यजीव संरक्षण विभाग के अफसरों और नंदनवन के चिकित्सकों की टीम ने उपचार कर उसे पासिद के पास जंगल कैंप में रखा था, जहां उसकी मौत हो गई।
ग्राम गुल्लू में जमाया हुआ है हाथियों ने डेरा
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 23 हाथियों का दल को बुधवार को आरंग ब्लॉक के ग्राम गुल्लू के पास महानदी के किनारे विचरण करते देखा गया है। बताया जा रहा है कि वे नदी के पास ही डेरा जमाए हुए हैं। इन हाथियों पर लगातार नजर बनाए रखने वन विभाग के अमले को तैनात किया गया है। एक हाथी के गले में बांधे गए रेडियो कालर के माध्यम से विभाग को सेटेलाइट से इनके मूवमेंट की सूचनाएं निरंतर मिल रही है।