खैरागढ़. विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रमोद शुक्ला का छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निलंबित करने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस कार्यवाही से भाजपा सरकार मे अधिकारियों का भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। अधिकारी बेखौफ होकर भाजपा नेताओं के श्रेय में लाखों रुपए का भ्रष्टाचार कर रहे है।
डोंगरगढ़ में भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी खैरागढ़ में पदस्थपना 2023 से लगातार शासन की विभिन्न योजनाओं का फर्जी तरीके से खर्च किया। चेक काट कर आहरण करते रहा जिसके जांच अभी लंबित है।
खैरागढ़ पालिका के भ्रष्टाचार को लेकर विधायक यशोदा वर्मा ने धरातल में उतरकर शहर में कांग्रेस पार्षदों के साथ भ्रमण कर अधिकारियों को उसके सामने सच्चाई दिखाया था तथा अनेक दस्तावेजों से प्रमाण पेश किया था। विधायक वर्मा ने लगातार सीएमओ के भ्रष्टाचार को लेकर आवाज बुलंद करते हुए नगरी प्रशासन सचिव जिलाधीश को ज्ञापन सौंप कर तथा स्वच्छता श्रृंगार सहित अन्य भ्रष्टाचार के विषय को विधायक ने विधानसभा में प्रश्न लगाकर सरकार से जवाब पूछा है।
7 दिवस में जिला प्रशासन से पालिका में हुए भ्रष्टाचार पर जांच कर कार्यवाही की मांग की गई थी। लेकिन प्रशासन द्वारा जांच नही किया गया है। जिसे लेकर जिला प्रशासन व नगरीय प्रशासन के 13 दिसंबर को विधायक व संगठन के नेतृत्व में विशाल धरना प्रदर्शन पुतला दहन का कार्यक्रम रखा गया। जिससे घबराकर भाजपा सरकार को आनंद-फानन में डोंगरगढ़ के भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित करना पड़ा।
विधायक प्रतिनिधि देवांगन ने आगे कहा कि खैरागढ़ में विधायक व कांग्रेस के दबाव में सीएमओ को सरकार को निलंबित करना पड़ा है। परंतु खैरागढ़ नगर पालिका में डोंगरगढ़ पालिका से कहीं बड़ी भ्रष्टाचार का सीएमओ द्वारा किया गया है परंतु सरकार उसे कार्यवाही करने से हाथ खींच रही है खैरागढ़ में पालिका के भ्रष्टाचार में कार्यवाही नहीं होते तक सड़क से सदन तक लड़ाई जारी रहेगा