सांसद निधि से मिले पुल निर्माण के लिए 5 - 5 लाख,पर अब तक नहीं शुरू हुआ काम
जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि के कहने पर सरपंच ने 2021 में ही कर दिया 4 लाख का भुगतान
प्रोत्साहन राशि की भी डकार गए
खैरागढ़. गातापार जंगल में समतलीयकरण और जल जीवन मिशन के नाम पर लाखों का भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद अब युवाओं की प्रोत्साहन राशि और पुल निर्माण की राशि का बंदरबांट कर गए है। जानकारी अनुसार पंचायत के अश्रित ग्राम लिमऊटोला व सरकारी 10 लाख की लागत से दो पुल निर्माण करने के लिए सांसद निधि से 10 लाख रूपए की स्वीकृति वर्ष 2021 में प्राप्त हुआ था। पंचायत ने पुल का निर्माण तो नही कराया निर्माण के 40 प्रतिशत राशि यानि 4 लाख रूपए को 3 साल से निकाल कर अपने निजी उपयोग पर खर्च कर रहे है।
अध्यक्ष प्रतिनिधि के कहने पर कर दिया अग्रिम भुगतान
इस संबंध में सचिव और सरपंच ने नया खुलासा करते हुए जनपद पंचायत अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाया है। दोनो ने बताया की पुल निर्माण करने के लिए जो राशि स्वीकृत हुआ था उसे जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रकाश मंड़ावी के कहने पर 5 अगस्त 2021 को राजनांदगांव इंद्रजीत मनिकपुरी ठेकेदार को दिया गया है। लेकिन अभी तक काम शुरू नही किया गया है। ठेकेदार को फोन लगाने पर आज काम शुरू करूंगा कल शुरू काम शुरू करूंगा करके घुमा रहा है। जिसको लेकर मौखिक रूप से ठेकेदार से पहचान कराने वाले जनपद अध्यक्ष के प्रतिनिधि को काम शुरू करने के लिए बोलते है लेकिन उसकी बातों को भी ठेकेदार अनसुना करते है। एक बार ठेकेदार के घर भी गए थे लेकिन वह भी निराशा हाथ लगी।
स्वामी विवेकानंद युवा प्रोत्साहान का राशि भी जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि को दिए
सरकार ने युवाओं के प्रोत्साहान के लिए एक योजना संचलित किया गया था लेकिन इस योजना का उद्देश्य जनपद पंचायत के अधिकारी, जनपद सदस्य व सरपंच-सचिव के रूपए खाने के आदत के कारण पूरा नही हो सका। ताजा मामला गातापार जंगल का है जहां स्वामी विवेकानंद युवा प्रोत्साहान योजना के तहत मार्च 2023 में 15000 रूपए पंचायत को दिया गया था। पंचायत द्वारा बिना खेल-खुद कराए रूपए निकालकर जनपद सदस्य को देने बताया गया है।
सचिव ने कहा - अध्यक्ष प्रतिनिधि को दी राशि,प्रतिनिधि ने किया इंकार
सचिव श्याम सिंह ध्रुर्वे ने बताया की अध्यक्ष प्रतिनिधि द्वारा सामोहिक कार्यक्रम टेमरी में कराने के नाम पर 15000 मांगे थे जिसे दिया गया है। उनके द्वारा कार्यक्रम कराया गया है। वही जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रकाश मंड़ावी द्वारा इस आरोप को झुठा बताया गया है। वही सरपंच प्रतिनिधि द्वारा जानकारी नही होने की बात कही। खैर तीनों के बातों से स्पष्ट है की कार्यक्रम तो नही हुआ और रूपए का बंदर बांट कर लिया गया है।
सरपंच पति ने कहा - किस फर्म से खरीदा,नहीं पता
जनपद निधि से गातापार जंगल में लाखो रूपए दिया गया था। जिसका स्ट्रीट लाईट लगाने प्रस्ताव किया गया था। जिसमें भी अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रकाश मंडावी ने दुकानदार से बढ़ी हुई कीमत पर बिल बनाकर पंचायत को भुगतान कराने के लिए कहा जिस पर पंचायत द्वारा अधिक कीमत पर भुगतान किया गया है। सचिव ने बताया की समान आने के बाद बिल भुगतान किया गया है। जनपद सदस्य प्रतिनिधि द्वारा ही स्ट्रीट लाईट पकड़ा कर किसी व्यक्ति को भेजा था। सरपंच पति ने बताया की लाईट लगाया गया है मुझे किस फर्म से खरीदा है मुझे पता नही।
जारी किया गया है नोटिस - आरईएस के एसडीओ
मामले में आरईएस के एसडीओ रुपेश कुमार राठौर ने बताया कि 40% राशि अग्रिम जारी किया गया था। लेकिन निर्माण अब तक शुरू नहीं हुआ है। जिसे लेकर नोटिस जारी किया गया है।
सीधी बात (प्रकाश मंडावी, जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि )
आप पर सचिव आरोप लगा रहे की चहते ठेकेदार को पुल निर्माण का ठेका दिलावाया गया है जिसे सरपंच-सचिव जानते नही ?
00 मुझे सरपंच द्वारा पुल निर्माण कराने अच्छे ठेकेदार की जानकारी मांगी जिसके बाद राजनांदगांव के ठेकेदार इन्द्रजीत मनिकपूरी से पहचान कराया गया बाकी लेन देन का मामला नहीं जानता हुं।
सचिव बता रहा स्वामी विवेकानंद युवा प्रोत्साहान का रूपए आपको दिए है?
00 झुठ बोल रहा मुझे पंचायत का रूपए क्यो देंगे। मैने कोई कार्यक्रम नही कराया है।
स्ट्रीट लाईट की खरीदी आप ने की है ?
00 हां किया है क्योकि वहां जनपद निधि से था। और वहां लगा भी है। उसी का भुगतान किया गया है।