संचालक ने दिया जाँच व कार्यवाही का आश्वासन
खैरागढ़ 00 पालिका में अध्यक्ष निधि और पार्षद निधि में कुर्सी व ज़िम खरीदी के नाम पर दस्तावेजों के अवलोकन से रोज़ाना चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। सरसरे अवलोकन में ऐसा प्रतीत हुआ था कि निधियों में एक ही बार खरीदी कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया और बिना सामान ख़रीदे ही भुगतान किया गया। पर इसके साथ भ्रष्टाचार के लिए एक नया तरीका अपनाया गया। जिन वार्डों में वित्तीय वर्ष 2020 - 21 में कुर्सी और सामग्री के नाम पर पैसे का गोलमाल किया गया। उन्ही वार्डो में फिर सामग्री खरीदी के नाम पर वित्तीय वर्ष 2021 - 22,2022 - 23 और 2023 - 24 में कुर्सी और जिम सामग्री खरीदी दिखाई गई। हालाँकि ये इतनी राशि की नगर के 20 के 20 वार्ड में बड़ी संख्या में कुर्सियों और जिम सामग्री का मेला लग सकता था। शासन व आम जन मानस को धोखा देने के लिए क्लब व कुछ स्थानों पर जिम सामग्री की प्रदर्शनी भी लगा दी गई है। हालाँकि कुछ लाख में ही सामान ख़रीदे जा सकते हैं।
50 हज़ार से डेढ़ लाख तक मिला कमीशन
आमतौर पर जन मानस की मांग के आधार पर पालिका कार्य करती है। लेकिन पूरे मामले में जन मानस ने न ही कुर्सियों की मांग की और न ही ज़िम सामानों की मांग की। लेकिन मात्र कमीशन खोरी की नीयत से ये सारी खरीदी दिखाई गई। सूत्रों की माने तो खरीदी के हिसाब जनप्रतिनिधियों में 50 हज़ार से लेकर डेढ़ लाख तक का कमीशन मिला। सीएमओ,लेखापाल सहित अन्य के लिए अलग कमीशन तय था।
इन तिथियों में ख़रीदे गए ज़िम सामान
अध्यक्ष निधि से 29 मई 2020 को 135000 का ज़िम सामान,इसी तिथि को अध्यक्ष निधि से ही 19200,29 मई को ही इसी निधि से 45000 का भुगतान ज़िम सामग्री के लिए भुगतान किया गया। 1 जून 2020 को 3 बार पार्षद निधि से ज़िम सामान के लिए क्रमशः 45000,82000 और 99950 का भुगतान किया गया। 19 जनवरी 2020 को पार्षद निधि से ही 266735,77500,304770 का भुगतान ज़िम सामान के नाम पर किया गया। 24 मार्च 2021 एल्डरमेन निधि की राशि 100000,183950 व 99560 का भुगतान ज़िम सामग्री के लिए किया गया। इसी तरह से 23 दिसंबर 2022 को 258350,28 दिसंबर 2022 को फिर से 258350 व 10 फरवरी 2023 को 307614 का भुगतान अध्यक्ष निधि से ज़िम सामान खरीदी के नाम पर निकाले गए।
नेताओं को अधिकारियों ने सिखाया भ्रष्टाचार का तरीका
पालिका सूत्रों की माने तो पालिका में भ्रष्टाचार का ये तरीका नेताओं को तत्कालीन अवसर पर पालिका में पदस्थ सीएमओ ने ही सिखाया। चूंकि निर्माण कार्यों में बड़े कमीशन की संभावनाएं कम थी। इसलिए खरीदी के माध्यम से भ्रष्टाचार का नया तरीका खोज निकाला गया।
जेडी से कराई जाएगी जांच - कुंदन कुमार,संचालक,नगरीय प्रशासन,छत्तीसगढ़
नगरीय प्रशासन विभाग के संचालक कुंदन कुमार ने जांच व कार्यवाही का आश्वासन देते हुए कहा कि पुरे प्रकरण का अवलोकन करने के बाद जेडी के माध्यम से जांच कर कार्यवाही की जाएगी।