बैलाडीला पर्वत श्रृंखला के नंदराज पहाड़ जो कि दंतेवाड़ा जिले में स्थित है जहां एनएमडीसी की डिपॉजिट 13 नंबर खत्म पर अदानी को माइनिंग करने का ठेका ग्राम सभा के फर्जी प्रस्ताव के आधार पर दिया गया था। क्या है
पूरा मामला:
आदिवासियोंने पिछले वर्ष जून माह में खदान को की बागडोर निजी कंपनी को सौंपने के विरोध में संयुक्त पंचायत जनसंपर्क समिति के बैनर तले आंदोलन शुरू कर दिया था। कलेक्टर की रिपोर्ट: दंतेवाड़ा के कलेक्टर तोपेश्वर वर्मा की रिपोर्ट में पाया गया है कि 4 जुलाई 2017 को ग्राम सभा के जिस प्रस्ताव के आधार पर अदानी ग्रुप को लौह अयस्क खदान देने का एंब्रियो किया गया था वह फर्जी था।
मरे हुए लोगों के हस्ताक्षर मौजूद:
कलेक्टर का कहना है की उक्त कार्यवाही विवरण में उल्लेखित सुखका, डोका, पांडू, गुंदूर, पीले, चुले जैसे नाम वाले व्यक्तियों की मौत बैठक से पहले ही हो चुकी थी वहीं 10 नाम ऐसे पाए गए जिन्होंने कार्यवाही रजिस्टर में तो अंगूठा लगाया था पर शपथ पूर्वक बयान देते वक्त उन गांव वालों ने दस्तखत किए कलेक्टर ने कहा मैंने अपनी रिपोर्ट बनाकर सरकार को प्रेषित कर दी है जिसमें जांच के नतीजे का सारा विवरण दर्ज है अब सरकार को आगे का निर्णय लेना है
राज्य सरकार ने भेजा एनसीएल को नोटिस:
एनसीएल को खनिज संसाधन विभाग द्वारा भेजे गए नोटिस में कहा गया कि 2 वर्षों के भीतर खनन पट्टे में कार्य प्रारंभ नहीं किया गया नोटिस कहती है कि अनुबंध की तिथि से तीसरे वर्ष 30% उत्पादन किया जाना था लेकिन यह भी नहीं हो पाया शासन ने नोटिस में कहा है कि अगर उक्त खदान का संचालन सही समय से होता तो राज्य में लॉस आधारित उद्योगों को कच्चे माल की प्राप्ति हो सकती थी।
सीएम ने ट्वीट के ज़रिए भी जानकारी दी, ट्वीट देखें :