ख़ैरागढ़ 00 अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत ने जल जीवन मिशन की हवा निकल दी है। घर - घर तक नल से जल पहुंचाने की इस महत्वाकांक्षी योजना पर अधिकारियों के भ्रष्टाचार का साया पड़ चुका है। कहीं सिर्फ टंकी बनी है तो कहीं मात्र पाइपलाइन बिछाया गया है। तो कहीं काम पूरा हो चुका है लेकिन पाइप लाइन फूट चुका है। जिसकी वजह से पानी घरों में जाने के बजाय सड़कों में बह रहा है।
काँचरी में 40 मिनट में खाली होती है भरी टंकी
कांचरी में पाइपलाइन बिछ गया है,टंकी भी बन चुकी है। पर पाइप लाइन घटिया क़्वालिटी की वजह से फूट चुका है। पाइप लाइन फूटने की वजह से टंकी का पानी 40 मिनट में ही खाली हो जाता है। जिसकी वजह से घरों में पानी ही नहीं पहुंचता।
कातलवाही में 3 माह से बंद है काम
कांचरी के आश्रित ग्राम कातलवाही में हालात और बुरे हैं। यहां टंकी तो खड़ी कर दी गई है। पर पाइपलाइन विस्तार का काम ही नहीं हुआ है। बोर की कोई व्यवस्था ही नहीं है। उस पर काम ढाई से तीन माह से बंद है। और लोगों को अब काम शुरू होने की उम्मीद भी नहीं है।
टेकापार में आधा हुआ है पाइप लाइन का काम
टेकापार में पानी टंकी तैयार है। पर रंगरोगन अधूरा है। पाइपलाइन भी आधा ही बिछा हुआ है। बोर कनेक्टेड नहीं है। कुछ दूर तक पाइप लाइन जोड़कर छोड़ दिया गया है। यहां भी काम होली के बाद से ही बंद है।
ऐसे दिया जा रहा भ्रष्टाचार को अंजाम
00 केंद्र की योजना में राज्य है क्रियान्वयन एजेंसी
00 ठेकेदारों के भरोसे काम
00 अधिकारी नहीं करते मॉनिटरिंग
00 सतही तौर पर हो रहा पाइप लाइन विस्तार का काम
नहीं हुआ संपर्क
मामले में पक्ष जानने पीएचई के एसडीओ टी.ए.खान से संपर्क का प्रयास किया गया। लेकिन उन्होंने फ़ोन रिसीव नहीं किया।