ख़ैरागढ़ 00 एक के बाद एक प्रशासनिक आयोजनों ने नगर के एकमात्र खेल मैदान की दुर्दशा कर दी है। प्रशासनिक अनदेखी ऐसी है कि आयोजन के बाद मैदान को बदहाली में छोड़ दिया गया है। जिसका खामियाजा खिलाड़ी उठा रहे हैं। राज्योत्सव के आयोजन में प्रशासन ने वाह वाही बटोरने ने नवीन जिले में भव्यतम आयोजन किया। लाखों खर्च कर आयोजन को भव्यतम रूप दिया गया। स्टॉल लगाए गए जिसमें प्रदर्शनी लगाई गई। जिसके लिए तमाम तरह के स्ट्रक्चर खड़े किए गए। लेकिन आयोजन के बाद प्रशासन भूल गया कि यहाँ साल भर खिलाड़ी खेलते हैं। और स्ट्रक्चर का आधा हिस्सा मैदान में ही छोड़ दिया गया। बची मिट्टी भी मैदान में ही छोड़ दी गई। खोदे गए गड्ढे जस के तस हैं। जिसमें फंसकर खुलाड़ी चोंटील हो रहे हैं। पर प्रशासन को इसकी ज़रा भी परवाह नहीं है। पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी मैदान की स्थिति यथावत है।
खेल पर लगा ब्रेक
मैदान में लगातार जारी प्रशासनिक आयोजनों से एक तरह खेल पर ब्रेक लग गया है। नियमित रूप से प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ी भी अब फ़तेह मैदान की जगह दूसरे विकल्प की तलाश कर रहे हैं। हालांकि ऐसा कोई विकल्प फिलहाल नहीं मिल पाया है।