महासमुंद के आरएलसी हास्पीटल में पदस्थ हुई जिले की पहली सुपर स्पेशिलिस्ट सर्जन, कटे तालू और टूटे जबड़ों की सर्जरी के साथ महासमुंद में उपलब्ध हुई हेयर ट्रांसप्लांट और बर्न सर्जरी की सुविधा, अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त आपरेशन थिएटर में होगी अब हर प्रकार की जनरल और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी।
हैदराबाद के ओस्मानिया मेडिकल कालेज से सुपर स्पेशिलिटी सर्जरी में गोल्ड मेडलिस्ट डा लेख मनजीत अब महासमुंद के आरएलसी हास्पीटल में सेवाएं देंगी। जिले की पहली सुपर स्पेशिलिस्ट सर्जन की आरएलसी हास्पीटल में उपलब्धता से महासमुंद के लोगों को हर प्रकार की सामान्य और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के साथ प्लास्टिक और कास्मेटिक सर्जरी की सुविधा मिलेगी।
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महासमुंद की प्रख्यात शिक्षाविद और विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती एस चंद्रसेन की पुत्रवधु डा लेख मनजीत ने मध्यप्रदेश के रींवा स्थित संजय गांधी मेमोरियल मेडिकल कालेज से मास्टर आफ सर्जरी की डिग्री हासिल करने के बाद तेलंगाना के हैदराबाद स्थित ओस्मानिया मेडिकल कालेज से प्लास्टिक सर्जरी में न सिर्फ एमसीएच (मास्टर आफ चेरू सर्जरी) की डिग्री प्राप्त की बल्कि उसमें गोल्ड मेडल भी मिला।
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डा लेख बताती हैं कि देश के बड़े अस्पतालों में सुपर स्पेशिलिटी सर्जनों की खूब डिमांड है। महासमुंद क्षेत्र के लोगों को छोटी-छोटी सर्जरी के लिए महानगरों में जाना पड़ता है। उन्हें वहां अधिक खर्च वहन करने के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ती है, इसलिए उन्होंने तय किया है कि अपने इस हुनर का लाभ वे क्षेत्र के लोगों को देगी। उन्होंने बताया कि महासमुंद के आरएलसी हास्पीटल में अत्याधुनिक तकनीक से तैयार आपरेशन थिएटर है। जहां हर प्रकार की जनरल और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की सुविधा है। वहां सुपर स्पेशिलिटी सर्जरी के माध्यम से कटे हुए तालू को जोड़ा जा सकता है। टूटे हुए जबड़ों को ठीक करने के साथ जेनेटेरिया, हैडएंड माइक्रो सर्जरी की जाएगी।
स्कीन और मुंह के कैंसर का उपचार :
डा लेख ने बताया कि जिले के अधिकांश लोग सन बर्न और स्कीन के साथ मुंह के कैंसर से ग्रस्त हैं। स्थानीय स्तर और समय पर उपचार नहीं होने के कारण उन्हें अधिक खर्च कर आपरेशन और इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है। अब महानगरों की वह सुविधा महासमुंद के आरएलसी हास्पीटल में उनके माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि तिल और मस्से के साथ गोदना (टैटू) को भी स्थाई तौर पर हटाने की व्यवस्था यहां की गई है।
ब्रेस्ट और नसों में उभरे गांठ का उपचार :
डा लेख बताती हैं कि एक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर यह पता चला है कि महासमुंद, गरियाबंद, बलौदाबाजार और पश्चित ओडिशा के अधिकांश हिस्से में रहने वाले अधिकांश लोग ब्रेस्ट और नसों में उभरे गांठ या कैंसर से परेशान हैं। सहज रूप से नज़दीकी शहरों में इसका उपचार नहीं होने के कारण उन्हें अधिक तकलीफों का सामना करना पड़ता है, लेकिन अब उन्हें आरएलसी हास्पीटल में इस गंभीर बीमारी के इलाज की सुविधा मिलेगी।
हेयर ट्रांसप्लांट के लिए भटकने की जरूरत नहीं :
डा लेख का कहना है कि वंशानुगत और स्थानीय वातावरण के कारण क्षेत्र के लोग बाल झड़ने की समस्या से ग्रस्त हैं। महिला और पुरुष अपने झड़े हुए बाल के कारण उपहास का शिकार हो रहे हैं। बाल से संबंधित समस्या का इलाज कराने वे बड़े शहरों में नहीं जा पा रहे इसलिए अब उन्हें भटकने की जरूरत नहीं है महासमुंद में ही हेयर ट्रांसप्लांट किया जाएगा।
अब नहीं दिखेंगे किसी भी आपरेशन के टांके और स्क्रेच
डा लेख का कहना है कि प्लास्टिक और कास्मेटिक सर्जरी से किसी भी प्रकार के रंग वाले चेहरे खुबसूरत किए जा सकते हैं। चेहरे से मस्से और झुर्रियों को ठीक किया जाएगा। आग से जली हुई स्कीन को सामान्य बनाया जाएगा और किसी भी प्रकार के आपरेशन से शरीर में दिखने वाले टांके, स्क्रेच हटाए जाएंगे। इतना ही नहीं नाक-कान जैसे किसी भी अंग के टेडेपन को दूर किया जाएगा। यहां बिना चीर फाड़ के आपरेशन की बेहतर सुविधा है।
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