ये कैसी नेतागिरी: प्रधानमंत्री के स्वच्छता ही सेवा अभियान में भी राजनीति का खेल। खुद नेताओं ने बना रखी है दूरी। स्वच्छता निरीक्षक का कहना है कि कोई आता नहीं इसलिए बुलाना ही छोड़ दिया। अध्यक्ष खुद होकर सामने आईं और बच्चों के साथ पैदल चलीं।
नियाव@ खैरागढ़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता ही सेवा अभियान को नगर पालिका के अफसरों ने औपचारिकता निभाई और पार्षदों ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया। शायद इसीलिए सोमवार को निकाली गई स्वच्छता रैली में नगर पालिका उपाध्यक्ष सहित भाजपा-कांग्रेस के बीसों पार्षद नदारद रहे। उनका कहना है कि उन्हें सूचना नहीं दी गई। स्वच्छता निरीक्षक कमल नारायण जंघेल का कहना है कि कोई रुचि लेता नहीं, इसलिए सूचना नहीं दिए। इधर अध्यक्ष खुद होकर रैली में शामिल हुईं और बच्चों के साथ पैदल चलीं।
नगर की सफाई और स्वच्छता रैंकिंग को लेकर पार्षद कितने जागरूक हैं इसका अनुमान रैली में उनकी उपस्थिति को देखकर सहज ही लगाया जा सकता है। सोमवार सुबह तकरीबन 11 बजे नगर पालिका से निकली जागरूकता रैली में बख्शी स्कूल के एनएसएस व एनसीसी के छात्रों के साथ अध्यक्ष मीरा चोपड़ा शामिल हुईं। आगे-आगे स्वच्छता मित्र चले और पीछे चल रहे छात्रों ने लोगों को जागरूक करने के लिए नारे लगाते रहे। पालिका से निकली रैली पुराना बस स्टैंड, मस्जिद रोड, गोलबाजार होते हुए दंतेश्वरी मंदिर, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय से अंबेडकर चौक होते हुए वापस पालिका पहुंची। इस बीच नगर पालिका के बीसों वार्ड के एक भी पार्षद नजर नहीं आए। अफसरों ने भी इसे औपचारिक रूप से ही निपटा दिया।
दाऊचौरा में युवा ब्रिगेड ने की सफाई
इधर रैली से पहले नपा के सफाईकर्मी दाऊचौरा वार्ड-17 में सफाई के लिए पहुंचे। वहां स्वच्छता के लिए लगातार मेहनत करने वाले सूरज देवांगन के युवा ब्रिगेड ने सफाई में सहयोग किया। व्यवसायी राकेश चंदवानी भी इस अभियान से जुड़ गए। हालांकि सूचना के बावजूद पार्षद मनराखन देवांगन नहीं पहुंचे।
अगली प्लानिंग शौचालय साफ करने की
स्वच्छता निरीक्षक कमल नारायण जंघेल ने बताया कि स्वच्छता ही सेवा अभियान पखवाड़े के दौरान अगली प्लानिंग शौचालयाें की सफाई को लेकर है। वैसे तो यहां हर रोज सफाई होती है, लेकिन विशेष तौर पर शौचालय के आसपास का कचरा साफ करेंगे। धरमपुरा में शराब दुकान के आसपास का कचरा भी साफ करेंगे।