ये तो दादागिरी है/अवैध कांप्लेक्स बनाने नगर पालिका के नोटिस की अनदेखी, फिर यादव समाज से भी उलझ गई शीतला मंदिर समिति। एसडीएम से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे समाज के सदस्य। कहा- दोषियों पर करें कार्रवाई।
नियाव@ खैरागढ़
शीतला मंदिर समिति ने नगर पालिका के नोटिस की अनदेखी की और अवैध कांप्लेक्स का निर्माण जारी रखा। अब इस अवैध निर्माण को लेकर यादव समाज भी आक्रोिशत है। समाज के लोगों का कहना है कि मंदिर समिति ने बिना जानकारी के सांहड़ा देव की छत तोड़ दी है। इसी बात को लेकर वे सोमवार को एसडीएम सीपी बघेल के पास पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई।
समाज के लोगों ने बताया शीतला मंदिर के पास उनके पूर्वजों ने सांहड़ा देव की मूर्ति स्थापित की थी। यहां समाज के लोग पूजा-अर्चना करते हैं और समाज की आस्था इससे जुड़ी हुई है। हर साल गोवर्धन पूजा यहीं होती है। शीतला मंदिर समिति ने व्यवसायिक कांप्लेक्स बनाने के चक्कर में उनकी बातों को नजरअंदाज किया और जानकारी के बिना सांहड़ा देव को अन्यत्र स्थापित के फिराक में थे। बिना अनुमति के छज्जा भी तोड़ दिया। समाज के लोगों का कहना है कि तोड़फोड़ करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध जांच कर उचित कार्रवाई की जाए। उन्होंने इसकी एक-एक कॉपी थाना प्रभारी और सीएमओ को भी दी है।
आक्रोशित है समाज/ सांहड़ा देव के स्थान को छेड़ने से भड़का गुस्सा
शीतला मंदिर समिति की करतूत के कारण यादव समाज के लोगों में भारी आक्रोश है और मंदिर परिसर में खड़े लोग इसी को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
अास्था से खेल रही है मंदिर समिति
गोपाल यादव ने बताया कि यह चौरा 65 साल पुराना है। आस्था का प्रतीक है। शंकर राम यादव का कहना है कि वे लोग हर साल गोवर्धन पूजा यहीं करते हैं। तोरन यादव ने पहले ही आपत्ति की थी और सूर्यकांत यादव ने बताया कि दो दिन पहले ही उन्होंने समिति के सदस्यों को चेताया था। इसके बाद भी वे नहीं माने।
चेतावनी के बावजूद नहीं रोका काम
अवैध निर्माण को लेकर नगर पालिका ने 13 सितंबर को नोटिस जारी कर बाउंड्री वाल तोड़ने को अवैधानिक करार देते हुए 24 घंटे के भीतर काम रोकने कहा था। इसके बावजूद मंदिर समिति ने काम जारी रखा। पालिका के अफसरों का कहना है कि यह दंडनीय अपराध है।
व्यवस्थित करने किया निर्माण
मंदिर परिसर को व्यवस्थित करने के लिए निर्माण कराया जा रहा है। इससे मंदिर संचालन के लिए भी राशि प्राप्त होगी। निर्माण से पहले यादव समाज के लोगों से भी बात हुई थी और उन्होंने सहमति जताई थी।