बिफरे बब्बर / मंच से उतरते समय पीछे से किसी ने हार पहनाया तो खींझे। फिर जय स्तंभ से मानव मंदिर तक असहज दिखे।
नियाव@ राजनांदगांव
1. कांग्रेस प्रत्याशी करुणा शुक्ला के लिए प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अभिनेता राज बब्बर मंच पर हुई धक्का-मुक्की से खिन्न दिखे। वे मानव मंदिर तक पहुंचे और रोड शो किए बिना ही गाड़ी में बैठकर चले गए। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस बीच उन्होंने नाराजगी जताई।
2. इससे पहले शनिवार दोपहर तकरीबन ढाई बजे शुरू हुई आमसभा के दौरान मंच पर राज बब्बर के आजू-बाजू खड़े रहने के लिए कांग्रेसी नेताओं में होड़ मची रही। मंच से उतरते समय किसी ने पीछे से हार पहनाया तो उन्होंने असहज महसूस किया।
3. इसके बाद वे कांग्रेस के नेताओं से नाराज दिखे। जय स्तंभ चौक से रोड शो के लिए वे निकले तो जरूर लेकिन मानव मंदिर चौक पहुंंचकर वे अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए। इस बीच कांग्रेसी नेताओं से कहा कि अब वे राजनांदगांव कभी नहीं आएंगे।
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4. करुणा के लिए / मेरी हैसियत नहीं कि वोट मांगने के लिए आऊं। मैं सिर्फ इनके सम्मान में इनको नमन करने और उस परिवार का आदर करने के लिए यहां आया हूं।
5. डॉ. रमन के लिए / 2003 में छत्तीसगढ़ के अंदर अटल जी ने एक डॉक्टर को मुख्यमंत्री बनाया था। लोगों को उम्मीद थी कि छत्तीसगढ़ का कायाकल्प हो जाएगा। मैं उनके बारे में ये तो नहीं कहूंगा कि उनकी डिग्री कैसी रही है क्योंकि पिछली बार मुझ पर मुकदमा करने वाले थे, लेकिन आज अगर अटल जी की उनकी अपनी भतीजी करुणा शुक्ला कांग्रेस का चिन्ह लेकर उनके सामने खड़ी हुई है तो डॉक्टर साहब इतना समझ लीजिएगा कि ये उंगली नहीं है बल्कि सवाल है कि आपने अटल जी के वसूलों पर चलकर इस प्रदेश का भला नहीं किया।