मंगलवार देर रात भारी कश्मकश के बाद 61 हजार 516 वोटों के जादुई आंकड़ों के हाथ लगते ही लोधीवाद का तिलिस्म टूट गया। जकांछ के देवव्रत सिंह को इतने ही वोट मिले। उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के कोमल जंघेल ने इससे 856 वोट कम यानी 60 हजार 646 वोट हासिल किए। हार-जीत का अंतर भले ही कम रहा हो, लेकिन 12 साल बाद क्षेत्र की राजनीति में राजपरिवार की वापसी हुई।

नियाव@ खैरागढ़
शुरुआती तीन राउंड में जंगलपट्टी से बढ़त मिली। जैसा की जोगी कांग्रेस नेताओं को उम्मीद थी, नचनिया, लालपुर, सरईपतेरा, साल्हेवारा, भाजीडोंगरी, पोडी जैसे बूथों के आंकड़ों ने जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया। चौथे से 12वें बूथ तक मात्र दो राउंड में ही वे भाजपा से आगे रहे। इसके बाद अगले 20 राउंड तक स्थितियां बनती-बिगड़ती रही।
इसी बीच भाजपा के जीत की खबरें मिलीं तो जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता मायूस हो गए। बाद में पता चला तीन राउंड बाकि हैं। मतगणना स्थल पर सरगर्मी तेज हो गई। खैरागढ़ से भी पल-पल की खबर ली जाती रही। देर रात तकरीबन 11 बजे जीत की खबर मिली। देवव्रत के समर्थक सड़कों पर उतर आए। गोल बाजार, राजफेमली आदि में पटाखे फूटे। जिंदाबाद के नारे लगे। दूसरे दिन सुबह से उदयपुर स्थित देवव्रत सिंह के निवास पर बधाई देने वालों का तांता लग गया।

अंतिम में जगमड़वा, खैरी और भावे की हुई गिनती / ईवीएम में आई खराबी की वजह से मतदान केंद्र क्रमांक 86 जगमड़वा, 108 खैरी और 132 भावे की गिनती आखिरी में हुई। इसमें से जगमड़वा में कोमल को 396 वोट मिले, जबकि देवव्रत सिंह को मात्र 31 मत ही प्राप्त हुए। इसी तरह भावे में कोमल को मात्र पांच वोट मिले। वहीं देवव्रत ने 178 वोट हासिल किए। अंतत: परिणाम देवव्रत सिंह के पक्ष में रहा।
कुछ बूथों में निर्दलीय प्रत्याशी से भी पीछे रहे गिरवर / मतगणना शुरू होने के बाद से अंत तक कांग्रेस प्रत्याशी गिरवर जंघेल तीसरे नंबर पर ही रहे। कई बूथों से तो उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी सरजू जंघेल से भी कम वोट मिले। जैसे मुड़भादुर में गिरवर जंघेल को मात्र 8 वोट मिले और केकराजबोड़ में सात। वहीं सरजू जंघेल को इन्हीं दोनों बूथों में क्रमश: 7 और 27 वोट प्राप्त हुए।
अपने ही बूथों में मामूली अंतर से जीते प्रत्याशी / इधर प्रत्याशियों के बूथ के आंकड़ों पर नजर डालें तो देवव्रत सिंह को अपने वार्ड-3 गंजीपारा में 373 वोट मिले, जबकि कोमल ने यहां से 300 वोट हासिल किए। वहीं अपने गृह ग्राम से गिरवर ने 289 वोट हासिल किए। यहां कोमल को 217 और देवव्रत को मात्र 93 वोट मिले। इसी तरह कोमल के गृहग्राम घिरघोली में उन्हें 288 और गिरवर को 273 वोट मिले। इस बूथ में बाबा को 65 वोट ही प्राप्त हुए।
शीतला मंदिर से निकला जुलूस / बुधवार शाम तकरीबन साढ़े 4 बजे देवव्रत सिंह का विजय जुलूस इतवारी बाजार स्थित शीतला मंदिर से निकलकर नगर के प्रमुख मार्गों में पहुंचा। रास्तेभर लोगों ने उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया। महिलाओं ने आरती उतारी। उन्हें जीत की बधाई दी।
वोटरों को साधने में नाकाम रहे स्टार प्रचारक / चुनाव के दौरान दोनों ही प्रमुख पार्टियों के स्टार प्रचारकों ने अपनी ताकत झोंकी। छुईखदान में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा हुई। पैलीमेटा में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी आए। लोधी वोटों काे साधने उमा भारती और साधना भारती की सभाएं भी हुईं, लेकिन ये सभी वोटरों को साधने में नाकाम रहे।
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