खैरागढ़. साल्हेवारा थाना पुलिस ने बीती रात बड़ी कार्रवाई करते हुए कत्लखाने ले जाए जा रहे मवेशियों से भरे एक पिकअप वाहन को पकड़ लिया। वाहन में छह नग भैंसों को अमानवीय तरीके से ठूंस-ठूंस कर भरकर ले जाया जा रहा था। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ पशु क्रूरता और अवैध परिवहन के गंभीर अपराध दर्ज किए हैं।
थाना प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार वैष्णव के नेतृत्व में 29 मई की रात थाना के सामने पेट्रोलिंग के दौरान वाहनों की जांच की जा रही थी। इसी दौरान एमएच 35 एजे 3741 नंबर का एक चारपहिया पिकअप वाहन नर्मदा-मोहगांव की ओर से आता दिखा। संदेह के आधार पर जब वाहन को रोका गया और उसकी तलाशी ली गई, तो पुलिस के होश उड़ गए। ट्रॉली को हरे-लाल-पीले नेट से ढंक कर उसमें 5 वयस्क भैंस और 1 बछड़े को बेहद अमानवीय ढंग से ठूंसकर रखा गया था।
पूछताछ में वाहन चालक राजेश डोंगरे (53 वर्ष) और उसके सहयोगी दुर्गेश धुर्वे (18 वर्ष), दोनों निवासी काटी, थाना रावणबाड़ी, जिला गोंदिया (महाराष्ट्र), ने बताया कि मवेशियों को बेमेतरा जिले के देवादा गांव से नागपुर के कत्लखाने ले जाया जा रहा था।
वाहन में न तो मवेशियों के लिए चारा-पानी था और न ही खड़े होने की पर्याप्त जगह। पुलिस द्वारा नोटिस देने पर आरोपी कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। इसके बाद पुलिस ने मवेशियों और वाहन को जब्त करते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की।
आरोपियों के पास से 6 नग भैंस (कीमत: ₹55,000), पिकअप वाहन (कीमत: ₹4,50,000), मोबाइल फोन (कीमत: ₹10,000) इस प्रकार कुल ₹5,15,000 कीमत की जाप्ति की गई।
आरोपियों के विरुद्ध धारा 4, 6, 10 छत्तीसगढ़ कृषिक पशु परिरक्षण अधिनियम 2011, धारा 11 पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960, तथा मोटर व्हीकल एक्ट की धाराएं 66/192 व 3/181 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच की जा रही है।