कोरोना वायरस पूरे विश्व भर की अर्थ्यवस्था पर बदनुमा दाग साबित हुआ है, इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के शेयर बाजार में आई गिरावट वर्क यह मान लिया है कि बिगड़ते हुए अर्थव्यवस्था मंदी का संकेत हो सकता है पिछले 12 दिनों में सोना 5200 रुपए और चांदी 11350 रुपए से भी ज्यादा सस्ती हो चुकी है 5 मार्च को कीमत 44458 रुपए. थी 10 मार्च से लगातार कीमत नीचे लुढ़कता जा रहा है
उचित मूल्य की बात की जाए तो मार्च के महीने में 5200 रुपए से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है चांदी में 20 मई डिलीवरी वाली चांदी 355 87 पर केजी पर ट्रेड कर रही है अधिकतम मूल्य की बात की जाए तो 6 मार्च में 46969 रुपए पर केजी पर पहुंच गई थी उसके बाद लगातार आंकड़ा नीचे ही जाता जा रहा है पिछले 11 दिनों में इसकी कीमत में 11350 रुपए से ज्यादा की कमी आ चुकी है 3 मार्च से सेंसेक्स का मैक्सिमम लेवल 38 623 था आज सुबह 11:40 बजे फ्री 1450 के लगभग ट्रेड में शामिल हो गया है मार्च के उच्चतम स्तर से यह 7200 अंकों के करीब कमी आ चुकी है मंदी के साफ संकेत इसलिए मिल रहे हैं कि निवेशक शेयर बाजार और सोना चांदी दोनों जगह से सुरक्षित निवेश से पैसा निकाल रहे हैं और कैश अपने पास रख रहे हैं ताकि सुरक्षा की स्थिति बनी रहे सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बात यही है कि कोरोनावायरस अर्थव्यवस्था पर हावी हो चुकी है
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर जीरो (0-0.25 फीसदी) कर दिया है. इसके अलावा वह 700 अरब डॉलर का बॉन्ड खरीदेगा. जर्मनी के सेंट्रल बैंक ने 610 अरब डॉलर का स्पेशल फंड बनाया है. इटली 25 अरब डॉलर, स्वीडन 52 अरब डॉलर, चीन 79 अरब डॉलर का फंड बनाया है. यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने तो ब्याज दर माइनस कर दिया है. इसके अलावा वह 120 अरब डॉलर का बॉन्ड खरीदेगा.
विश्व की तमाम अर्थव्यवस्थाओं द्वारा कोरोना से लड़ने के लिए इतने बड़े पैमाने पर तैयारी से निवेशक बुरी तरह घबरा गए हैं. तमाम एजेंसियां पहले ही दावा कर चुकी हैं कि कोरोना के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर में कम से कम 20-30 बेसिस पॉइंट्स की गिरावट आएगी.