The RAGNEETI is periodical magazine and the news portal of central India with the political tone and the noise of issues. Everything is in this RAGNEETI. info@ragneeti.co.in
Owner/Director : Bhagwat Sharan Singh
Office Address : New Bus Stand, Shiv Mandir Road, Khairagarh. C.G
चीन के वुहान से शुरू हुआ Coronavirus का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक दुनिया के 61 देश इसकी चपेट में आ चुके हैं। एजेंसी ने ताजा आंकड़ा दिया है जिसके मुताबिक दुनिया में तकरीबन 86 हजार लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और अभी तक 3 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
लेकिन इन तमाम मौतों के बीच एक बात साफ़ होती दिखाई दे रही है कि एक निश्चित आयु के लोगों को इसका सर्वाधिक खतरा होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन World Health Organization ने कोरोना के खतरे पर एक स्टडी करते हुए यह पता लगाने की कोशिश की है कि आखिर किन लोगों को इसका अधिक खतरा है और कौन इसे लेकर संवेदनशील श्रेणी में आते हैं।
उम्रदराज लोग ज्यादा हुए शिकार
फरवरी के पहले 15 दिन तक चीन में करीब 70 हजार मरीजों पर यह स्टडी की गई। इसका प्रकाशन चाइना सीडीसी वीकली China CDC Weekly में हुआ है। इसके आरंभिक आंकड़ों की मानें तो अकेले चीन में ही जो लोग इस घातक वायरस की चपेट में आए हैं, उनमें अधिकांश उम्रदराज लोग हैं। ये पहले से ही हार्ट पेशेंट थे।
इसमें यह पाया गया कि करीब 44 हजार 700 मरीजों में से 80 फीसदी मरीजों की आयु 60 साल से अधिक थी। शेष मरीजों की उम्र 70 वर्ष या इससे भी अधिक थी। स्टडी में चीन से बाहर अन्य देशों में भी कुछ ऐसे ही समानता वाले आंकड़े सामने आए हैं। मसलन, इटली में शुरुआती 12 मरीजों की आयु 80 साल के लगभग थी।
स्वास्थ्यकर्मियों को सबसे अधिक खतरा
स्टडी के अनुसार उम्रदराज लोगों के अलावा जिन लोगों को इससे सबसे अधिक खतरा है, वे स्वास्थ्यकर्मी हैं। जो डॉक्टर, मेडिकल टीम के सदस्य कोरोना के मरीज का या हार्ट, हायपरटेंशन के मरीज का इलाज कर रहे हैं, उन्हें इसका संक्रमण हो सकता है। रिपोर्ट की मानें तो अभी तक 3 हजार से अधिक मेडिकल स्टाफ के लोग कोरोना के शिकार हो चुके हैं, इनमें से कई की मौत हो चुकी है।