खैरागढ़. विधायक देवव्रत सिंह ने श्री राम मंदिर बर्फ़ानी धाम ट्रस्ट को पूरी तरह फ़र्ज़ी करार दिया है। और समिति में शामिल सभी के खिलाफ पुलिस कार्यवाही जेल भेज देना चाहिए। भाजपा की सत्ता रही तो भाजपा नेताओं को सदस्य बना लिया। कांग्रेस की सत्ता रही तो कांग्रेस के नेताओं को सदस्य बना लिया। समिति के सभी लोग ढोंगी हैं,इनका पूजा पाठ से कोई लेना देना नहीं है। जिस उद्देश्य से दादा स्व.वीरेंद्र बहादुर सिंह और बाद में पिता स्व.रविंद्र बहादुर सिंह ने मंदिर पहले सरकार और बाद में दादाजी को सौंपा था। वो उद्देश्य पूरा नहीं हुआ। मंदिर का दुरुपयोग किया गया। राजनीतिक सम्मेलन किए गए। और व्यवसायिक उपयोग किया गया।
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नहीं किया कोई दान,बने पब्लिक ट्रस्ट
विधायक देवव्रत सिंह ने कहा पिता राजा रविंद्र बहादुर सिंह ने कोई दान नहीं दिया था। सिर्फ एक पत्र लिखा था। अब उस दान पत्र की कोई वैल्यू नहीं है। मंदिर और संपूर्ण सम्पत्ति को सरकार को अपने अधिपत्य में लेकर एक पब्लिक ट्रस्ट बनाना चाहिए और सब कुछ अपने अधिपत्य में लेना चाहिए। मैंने कलेक्टर साहब को पत्र लिखा है।
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समिति के सदस्यों ने कमाएं करोड़ो
मंदिर और आश्रम परिसर में शादियों के अलावा भी कई तरह की पार्टियां चलती रहीं है। समिति के सदस्यों ने लाखों करोड़ों रुपए शादियों और पार्टियों से कमाएं हैं। ऐसे लोगों को बाहर करना होगा। सभी को हटाना होगा।
सम्पत्ति राजपरिवार की ही रही
सवाल के जवाब में विधायक देवव्रत ने कहा कि 100 प्रतिशत सम्पत्ति राजपरिवार की नहीं तो किसकी है। राजपरिवार ने ही मंदिर का निर्माण कराया और उसी परिवार के सदस्यों ने धार्मिक कार्यों के लिए मंदिर दान दिया।