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- प्रदेश सरकार कोरोना वॉरियर्स को हतोत्साहित करने के बजाय उनकी सेहत, सुरक्षा व सुविधाओं की चिंता करे : भाजपा
- पीसीसी चीफ़ मरकाम पंचायतों को सिर्फ़ अधिकार नहीं, प्रदेश सरकार से पर्याप्त राशि भी मुहैया कराने की चिंता भी करें
- सभी कोरोना वॉरियर्स का 50 लाख रुपए तक का बीमा कराए और दो वेतनवृद्धि व एक पदोन्नति का लाभ दें : साय
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा है कि प्रदेश सरकार कोरोना वॉरियर्स को हतोत्साहित करने से बाज आए और उनका पूरा सम्मान करते हुए उनकी सेहत, सुरक्षा व सुविधाओं की पूरी चिंता करे। साय ने कहा है कि प्रदेश सरकार की बेरुखी के चलते प्रदेश में कार्यरत कोरोना वॉरियर्स बेहद उपेक्षित और सशंकित हैं। प्रदेश सरकार इन कोरोना वॉरियर्स को केंद्र सरकार की तरह आर्थिक और दीग़र तमाम सुरक्षा की गारंटी दे। श्री साय ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम पंचायतों को सिर्फ़ अधिकार नहीं, प्रदेश सरकार से पर्याप्त राशि भी मुहैया कराने की चिंता भी करें।
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि भाजपा इन कोरोना वॉरियर्स के प्रति अपना पूर्ण सम्मान व्यक्त कर रही है लेकिन प्रदेश सरकार के उदासीन व उपेक्षापूर्ण रवैए के चलते वे हतोत्साहित हो रहे हैं। हाल ही जूनियर डॉक्टर्स ने बड़ी संख्या में एक साथ त्यागपत्र देकर प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया है। श्री साय ने कहा कि जो लोग अपनी जान जोख़िम में डालकर पूरे जज़्बे के साथ प्रदेश में कोरोना के ख़िलाफ़ जारी जंग में दिन-रात जुटे हुए हैं, प्रदेश सरकार उन्हें समय पर वेतन तक नहीं दे रही है, उनकी वेतनवृद्धि रोक रही है, उनके वेतन में कटौती करने का इरादा रख रही है, उन्हें पीपीए किट और दीग़र ज़रूरी उपकरण तक मुहैया नहीं करा रही है, यह स्थिति बेहद शर्मनाक है। एक नर्स बिना पीपीई किट के इलाज करती हुई ख़ुद कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गई और प्रदेश सरकार अपनी ज़िम्मेदारियों से आँखें मूंदे हुए है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि केंद्र सरकार की तरह प्रदेश सरकार भी सबसे पहले डॉक्टर्स, स्वास्थ्य महकमा, शिक्षक, पुलिस प्रशासन, आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों, पटवारियों, कोटवारों, सफाई कर्मचारियों समेत उन सभी कोरोना वॉरियर्स का 50 लाख रुपए तक का बीमा कराए और साथ ही उनको दो वेतनवृद्धि व एक पदोन्नति का लाभ दे ।श्री साय ने कहा कि इन कोरोना वॉरियर्स को ज़रूरी उपकरण पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराते हुए उनकी इम्युनिटी, उनके आने-जाने, खाने-पीने, रहने आदि की चिंता भी प्रदेश सरकार पूरी ईमानदारी से करे। कोरोना वॉरियर्स की स्वास्थ्य सुरक्षा, सम्मान और सुविधाओं के मामले में प्रदेश सरकार कृपणता का परिचय न दे।
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम के बयान पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर्स की बदहाली और बदइंतज़ामी को लेकर भाजपा की चिंता पर गंभीर होने के बजाय उसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। भाजपा पंचायतों को क्वारेंटाइन सेंटर्स के संचालन का अधिकार सौंपने के ख़िलाफ़ नहीं है, बल्कि उन सेंटर्स में व्याप्त अव्यवस्थाओं को प्रदेश सरकार की नाकामी बता रही है। क्वारेंटाइन सेंटर्स में पारिवारिक माहौल और तमाम ज़रूरी सुविधाएँ मिलने के दावे पर पलटवार कर श्री साय ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को ज़रा क्वारेंटाइन सेंटर्स का निरीक्षण कर लेने की नसीहत दी जहाँ से लोगों के भागने, विषैले जीव-जंतुओं के दंश से मौतें होने, लोगों द्वारा आत्महत्या करने जैसी वारदातें अख़बारी सुर्खियों का विषय बन चुकी हैं। श्री साय ने कहा कि पंचायतों को सिर्फ़ अधिकार देना ही पर्याप्त नहीं, उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर्स के सुचारु संचालन के लिए राशि भी मुहैया कराना ज़रूरी है। प्रदेश सरकार तो केंद्र से मिली आपदा मद की राशि तक इन पंचायतों को नहीं दे रही है और सरपंचों व पंचायत जनप्रतिनिधियों को दान के पैसों से इन सेंटर्स के संचालन की नसीहतें दे रही है!
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