The RAGNEETI is periodical magazine and the news portal of central India with the political tone and the noise of issues. Everything is in this RAGNEETI. info@ragneeti.co.in
Owner/Director : Bhagwat Sharan Singh
Office Address : New Bus Stand, Shiv Mandir Road, Khairagarh. C.G
खैरागढ़ 00 भाजपा ने फिर से एक बार किसानों के साथ छलावा किया है. पहले ही किसानों का दो वर्ष का बोनस नहीं दिया, फिर चुनाव के समय मोदी की गारंटी बताते हुए घोषणा पत्र में पूर्व दो वर्ष के कार्यकाल का बकाया बोनस देने की घोषणा करती हैं. सरकार में आने के बाद सुशासन दिवस पर बोनस देने का वादा भी करती है. भाजपा जो कि किसान विरोधी पार्टी है, उसने सत्ता में आते ही किसानों से छलावा शुरू कर दिया. सुशासन दिवस पर बोनस सिर्फ एक साल और प्रमाण पत्र दो साल का दिया जा रहा है. उक्त बातें कांग्रेस नेता मनराखन देवांगन ने कहा।
उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों के साथ फिर धोखा कर रही है. जिस विश्वास के साथ प्रदेश की जनता ने भाजपा को अपना समर्थन दिया, उस विश्वास को भाजपा ने तोड़ने का काम किया है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से सवाल करते हुए पूछा है कि क्या यही है मोदी की गारंटी...?
मोदी की गांरटी वाली भाजपा सरकार छह वर्ष पहले का बकाया दो वर्ष का बोनस में साथ किसानों को ब्याज का भी भुगतान करें.
किसानों को बड़ा झटका: नहीं मिलेगा 2016-17 व 2017-18 का धान बोनस, अब 2014-15 व 2015-16 का बोनस देगी भाजपा
2014 - 15 व 2015 - 16 का बोनस इसलिए दे रहा है, उस समय धान का आवक एवं पैदावार कम था और किसान उस समय कम धान बेचे थे.
2016 - 17 व 2017 - 18 मे धान की बंपर आवक था और ज्यादा से ज्यादा किसानो ने धान बेचा था. इसलिए भाजपा सरकार अपने वादे से हमेसा की तरह इस बार भी मुकर रहा है. भाजपा मोदी के गारंटी की बात करता है लेकिन 3100 रुपये प्रति क्यूंटल देने का वादा किया था अब तक नहीं दे पाया है.
भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में 2016-17 व 2017-18 का धान बोनस देने का वादा किया था. वहीं, सरकार बनने के बाद धान बोनस वर्ष 2014-15 व 2015-16 का दिया जाएगा. ऐसे में किसान अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. हाल ही में हुए राज्य के विधानसभा चुनव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है. इस चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में 2016-17 व 2017-18 का धान बोनस देने का वादा किया है. भाजपा की सरकार बनने के बाद इसे लेकर कार्रवाई शुरू हुई, लेकिन जानकर हैरानी होगी कि अब धान बोनस वर्ष 2014-15 व 2015-16 का दिया जाएगा. ऐसे में खैरागढ़ जिले के किसान ठगा महसूस कर रहे है.