ख़ैरागढ़. विधानसभा उपचुनाव को लेकर उम्मीदवारों को पहले अपनी ही पार्टी में भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। खासकर भाजपा - कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। सत्तासीन कांग्रेस में कुल 40 दावेदारों की दावेदारी सामने आई है। जिसमें से काफी कुछ ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर सब कुछ छोड़ दिया है। पर टिकट को लेकर रस्सा कस्सी जारी है।
कांग्रेस के दावेदारों की फेहरिस्त में पहला नाम है,ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ख़ैरागढ़ की अध्यक्ष यशोदा नीलांबर वर्मा का। यशोदा अध्यक्ष बनने से पहले जिला पंचायत की सदस्य रही हैं। और पति नीलांबर वर्मा जनपद के सदस्य रहे हैं। पार्टी में लगातार सक्रिय रही हैं। और कामकर रही हैं। पति - पत्नी दोनों की दावेदारी सामने है।
कमी - साल्हेवारा क्षेत्र के लिए अब भी काफी मेहनत की ज़रूरत है। साथ ही गंडई क्षेत्र में भी समर्थन की कमी है।
फ़ोटो - विजय वर्मा
गंडई क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य निर्मला वर्मा के पति विजय वर्मा भी दावेदारों की फेहरिस्त में शामिल हैं। लोधी समाज और क्षेत्र में सक्रियता की वजह से विजय वर्मा की दावेदारी भी प्रमुखता के साथ सामने है। साथ कांग्रेस के कुछ आला नेता भी इनके पक्ष में बताए जा रहे हैं।
कमी - ख़ैरागढ़ ब्लॉक के शहरी क्षेत्र के लिए अब भी अनजाना नाम हैं। साथ ही अपने क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
फ़ोटो - गिरवर जंघेल
पूर्व विधायक गिरवर जंघेल की दावेदारी भी फिर से चुनाव में पुख्ता है। सरकार के साजा नेता के उनके पक्ष में लॉबिंग की जानकारी मिली है। विधानसभा में उन्हें दो चुनाव लड़ने का अनुभव है।
कमी - बीते चुनाव में गिरवर जंघेल को कड़ी शिकस्त मिली थी। और तीसरे नंबर पर रहे।
फ़ोटो - पद्मा सिंह
पद्म सिंह भी दावेदारों की फेहरिस्त में शामिल हैं। पूर्व विधायक स्व.देवव्रत सिंह की पूर्व पत्नि पद्मा सिंह ने टिकट को लेकर कांग्रेस के दिल्ली से लेकर प्रदेश तक के आला नेताओं तक से मुलाकात की है। और लगातार सक्रियता बनाए हुए हैं।
कमी - खैरागढ़ के लिए संगठनात्मक सक्रियता रही है,लेकिन किसी बड़े निर्वाचित पद पर नहीं रहे हैं।
इनकी भी दावेदारी ......
कांग्रेस में दावेदारों की फेहरिस्त लंबी है। पूर्व जनपद सदस्य पंडित मिहिर झा,प्रदेश काँग्रेस सचिव नीलेंद्र शर्मा,प्रोफेशनल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष उत्तम सिंह, समाज जिला अध्यक्ष रजभान लोधी सहित अन्य भी दावेदारों में शामिल हैं।
फ़ोटो - कोमल जंघेल
भारतीय जनता पार्टी में सबसे प्रमुख नाम पूर्व विधायक कोमल जंघेल का है। बीते चुनाव में महज़ 870 वोटों से वे देवव्रत सिंह से चुनाव हार गए थे। पर क्षेत्र में अपनी सक्रियता बरकरार रखी है। कार्यकर्ताओं और आला नेताओं की गुड बुक में हैं।
कमी - लगातार 4 बार पार्टी के प्रत्याशी बन चुके हैं। और बीते 2 चुनावों में हार का मुंह देखना पड़ा है। जो उनके टिकट के आड़े आ सकता है।
फ़ोटो - विक्रांत सिंह
नगरपालिका अध्यक्ष,जनपद अध्यक्ष फिर जिला पंचायत उपाध्यक्ष,विधायक पद की दावेदारी के साथ साल दर साल विक्रांत सिंह विभिन्न निर्वाचित पदों में रहे हैं। युवाओं की पहली पसंद है। और राजनीतिक रूप से क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से सतत संपर्क बनाए हुए हैं।
कमी - जातिगत समीकरण और मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के भांजे होने के टैग की वजह से टिकट से वंचित रहे।
फ़ोटो - खम्मन ताम्रकार
पूर्व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष और वर्तमान में जिला किसान मोर्चा महामंत्री खम्मन ताम्रकार ने बड़ी तेजी और मजबूती से साथ दोनों दावेदारों के बीच अपनी जगह बनाई है। और दोनों प्रमुख दावेदारों के साथ इनके नाम पर भी पार्टी में चिंतन का दौर जारी है। हाल के दिनों में जनहित के आंदोलनों में सरकार के खिलाफ डटे रहे हैं।
कमी - राजनीति के लिए नए नहीं हैं। पर कुछ क्षेत्रों में समर्थकों की कमी है।
फ़ोटो - घम्मन साहू
जिला पंचायत सदस्य घम्मन साहू भी दावेदारों में शामिल है। पांडादाहा मंडल अध्यक्ष घम्मन के जिला पंचायत के 20 से अधिक गांव ख़ैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में आते हैं। क्षेत्र में लोधी समाज के बाद साहू समाज की बाहुल्यता है। इस लिहाज से भी घम्मन की दावेदारी सामने है।
कमी - प्रबल तरीके से नाम सामने नहीं है। खासकर छुईखदान - गंडई क्षेत्र के लिए अनजाने हैं।
भाजपा में और भी हैं दावेदार ....
भाजपा में इसके अलावा और भी दावेदार हैं। जिसमें पूर्व जिला पंचायत सदस्य लिमेश्वरी साहू, पूर्व मंडल अध्यक्ष तीरथ चंदेल,भाजपा नेत्री लुकेश्वरी जंघेल,पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष गिरिराज किशोर दास,मंडल भाजपा अध्यक्ष प्रेम नारायण चंद्राकर, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष डॉ. दीपाली जैन भी शामिल हैं।