ख़ैरागढ़. श्री राम मंदिर बर्फ़ानी धाम का मामला सुलझा नहीं है। बल्कि प्रशासनिक गणित में उलझ चुका है। और रोज़ाना नए मामले सामने आ रहे हैं। ताज़ा मामला बिजली को लेकर आया है। शुक्रवार को बिजली विभाग ने बर्फ़ानी आश्रम की बिजली काट दी। 31332 रुपए बकाया होने के कारण मंदिर की बिजली काट दी गई। विभाग के डी ई छगन शर्मा ने बताया कि श्री राम मंदिर बर्फ़ानी धाम ट्रस्ट ने भुगतान करने में खुद बिजली काटने के लिए आवेदन दिया था। जिसके बाद बिजली कटवा दी गई थी। लेकिन देर शाम पैसा जमा होने के बाद बिजली जोड़ दी गई। जानकारी मिली कि बिजली का बिल बिहारी दास ने जमा कराया। जिसके बाद बिजली जोड़ी गई।

मंदिर में जबरदस्ती घुसकर बैठ गए लक्ष्मण दास
अध्यक्ष का कहना है तहसीलदार भी विधायक देवव्रत सिंह की शिकायत पर जांच कर रहे हैं। लक्ष्मण दास जबरदस्ती मंदिर में घुसकर बैठ गए हैं। जबकि उसका मंदिर से कोई लेना देना नहीं है। एसडीएम और पुलिस दोनों विभाग प्रमुखों को आवेदन दे चुके हैं। पर अब तक आश्रम से उसे हटाने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जबकि लक्ष्मण दास के विरुद्ध मेंहदीपुर बाला जी में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज है। अमरकंटक में भी पुलिस शिकायत की गई हैं।

कछुआ चाल से चल रही जांच
विधायक देवव्रत सिंह की शिकायत में जारी जांच भी कछुआ गति से चल रही है। इसमें अब तक मात्र ज़मीन का सीमांकन किया गया है। और वार्डवासियों का बयान लिया गया है। जबकि आवेदक विधायक देवव्रत सिंह और अनावेदक राकेश बहादुर व अन्य का बयान नहीं लिया गया है।

जांच में अब तक क्या हुआ ?
00 मौखिक तौर पर टिकरापारा वार्ड वासियों और ट्रस्ट को बयान के लिए बुलाया गया
00 वार्ड वासियों का बयान लिया गया। पर ट्रस्टियों का नहीं,कोई अगली डेट भी नहीं दी गई
00 संपूर्ण भूमि का सीमांकन किया गया।
.jpeg)
हो ये चाहिए था !
00 आवेदक विधायक देवव्रत सिंह,अनावेदक ट्रस्ट सहित मामले से जुड़े सभी पक्षों को नोटिस जारी किया जाना चाहिए था।
00 आवेदक के बयान के बाद सभी पक्षों का बयान लिया जाना चाहिए था।
एक ही दिन में दो शादियां
आश्रम में नवम्बर माह में 22 तारीख को दो शादियों की बुकिंग ली गई थी। और उसमें भी विवाद की छाया पड़ रही थी। पर ट्रस्ट ने एक शादी कैंसल कर टिकरापारा निवासी भुरू यादव को उक्त तिथि की बुकिंग दी है।
दिन भर एसी चला रहे लक्ष्मण दास
ट्रस्ट के अध्यक्ष राकेश बहादुर सिंह व सचिव लाल राजीव सिंह का कहना है कि आश्रम में बेजा कब्ज़ा करके रह रहे लक्ष्मण दास,बिहारी दास व अन्य दिन भर ए सी चला रहे हैं। जिसकी वजह से विद्युत का अतिरिक्त भार ट्रस्ट पड़ रहा है। ट्रस्ट के पास आश्रम का स्वत्व है,ऐसे में किसी भी व्यक्ति से पैसा लेकर बिजली कनेक्शन जोड़ना गलत है। भुरू यादव ने ही उक्त तिथि के लिए शादी बुकिंग की थी। इसलिए उन्हें प्राथमिकता दी गई है।
पैसा जमा हो चुका है,देने वाला कौन हम नहीं देखते - छगन शर्मा
मामले में डी ई छगन शर्मा का कहना है हम यह देखते हैं कि पैसा जमा हो चुका है। यह नहीं देखते कि पैसा देने वाला कौन है। आश्रम में बकाया पैसे का भुगतान हो गया,इसलिए बिजली जोड़ दी गई। क्योंकि बिजली का बिल बर्फ़ानी बाबा के नाम से है। शर्मा ने कहा कि हमने मानवता के नाते निर्णय लिया।
जिन्होंने लाखों कमाया,उन्होंने ही नहीं दिया बिजली बिल - लक्ष्मण दास
आश्रम में निवासरत लक्ष्मण दास का कहना है कि जिन कथित ट्रस्टियों ने आश्रम से लाखों कमाया। उन्होंने बिजली का बिल नहीं भरा,जबकि ये उनके समय का ही बिल है। फिलहाल हमने बिल जमा करा दिया है ऐसा कोई भी काम नहीं होना चाहिए । जिससे बर्फ़ानी धाम का नाम खराब हो।
अमरकंटक में मेरे खिलाफ कोई मामला दर्ज नही हैं, महेंदीपुर बालाजी में दूसरे पक्ष के विरुद्ध मामला दर्ज हैं। Ac चलकर सोने के आरोप निराधार, हम धूनी रमने वाले साधु हैं।