अब नहीं गिरेगा बिलासपुर का जलस्तर
विधायक ने मुख्यमंत्री और जल संसाधन मंत्री का माना आभार
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर की जीवनदायनी अरपा की धार अब कभी नहीं सुखेगी। नागरिकों की वर्षों पुरानी मांग पर अब अमल शुरू हो गया है। शहर विधायक ने शुरू से इस मांग को गंभीरता से लिया था। उन्होंने विधानसभा में भी लोगों की इस मांग को जोर-शोर से उठाया था। जिसके परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ शासन की ओर से अरपा नदी पर पचरी घाट के पास बैराज निर्माण के लिए 48 करोड़ 97 लाख 53 हजार रुपए की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
यह जानकारी देते हुए शैलेश पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह स्वीकृति प्रदान कर बताया है कि इस योजना से जल संरक्षण, पेयजल एवं भू-जलसंवर्धन का कार्य किया जाना प्रस्तावित है। बैराज निर्माण के कार्य को पूर्ण कराने के लिए जल संसाधन विभाग मंत्रालय से मुख्य अभियंता हसदेव कछार, जल संसाधन विभाग बिलासपुर को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। बैराज निर्माण कार्य निर्धारित समय में गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए हैं।
विधायक श्री पांडेय ने बताया है कि पचरी घाट के साथ ही शिव घाट पर भी बैराज निर्माण के लिए वित्तीय अनुमोदन मिल गया है। दोनों बैराज के निर्माण में करीब 100 करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है। स्वीकृति मिल जाने के बाद ये निर्माण कार्य भी अब जल्द ही शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा है कि अरपा पर बैराज बन जाने से न्यायधानी की इस जीवनदायनी की धार कभी पतली नहीं होगी। शहर का जल स्तर भी बना रहेगा। इससे लोगों को गर्मी के दिनों में पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। शहर के लोगों की वर्षों पुरानी मांग के पूरी होने पर उन्होंने शहरवासियों को बधाई दी है।
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