राजधानी रायपुर के चंदखुरी स्थित माता कौशल्या मंदिर की मिट्टी लेकर गुरुवार को गौ भक्त मोहम्मद फैज खान पदयात्रा करते हुए, भव्य राम मंदिर के शिलान्यास का हिस्सा बनने के लिए भगवान के ननिहाल की मिट्टी को 14 दिन में अयोध्या पहुचेगे, वह पांच अगस्त को अयोध्या पहुंचेंगे ताकि नींव में नानी के गांव की मिट्टी भी शामिल हो जाए, उन्हें अयोध्या पहुंचने के लिए मोहम्मद फैज को प्रतिदिन लगभग 60 किलोमीटर की पदयात्रा करना पड़ेगा, छत्तीसगढ़ की ओर से भव्य मंदिर को यह भांजा भेंट है, यह भेंट को मोहम्मद फैज रायपुर के जयस्तंभ चौक से पदयात्रा शुरू कर बिलासपुर, अमरकंटक, शहडोल, प्रयागराज होते 796 किलोमीटर दूर अयोध्या पहुंचेगे।
रायपुर निवासी मोहम्मद फैज खान की पहचान गोभक्त और रामकथा वाचक के रूप में है, यात्रा शुरू करते समय उन्होंने कहा कि भगवान का ननिहाल दक्षिण कौशल भले ही अब छत्तीसगढ़ के नाम से जाना जाता है, लोगों के रोम-रोम में राम में ही बसे हैं, इसी क्षेत्र से भगवान 14 वर्षों की वनवास यात्रा के दौरान भी गुजरे थे। सनातन परंपरा के अनुसार हर शुभ कार्य में ननिहाल का योगदान होता है, यहां के लोगों की इच्छा और भावना है कि भगवान राम के भव्य मंदिर के लिए उनके ननिहाल से भी भेंट दी जाए, छत्तीसगढ़ के लोगों की तरफ से यह भांचा (भांजा) भेंट है, फैज ने कौशल्या मंदिर की माटी को चांदी की डिब्बी में रखा है। उसे जय श्रीराम लिखा हुआ एक लाल कपड़े में बांधा गया है, मंत्रोचार के बीच मंदिर से मिट्टी को एकत्र किया गया। पंडित के निर्देशन में फैज ने माता के मंदिर की परिक्रमा की और मिट्टी लेकर यात्रा के लिए निकले हैं।