छत्तीसगढ़ में अब कोरोना के गंभीर लक्षणों वाले मरीज सामने आने लगे हैं। इन मरीजों को ऑक्सीजन और वेंटीलेटर की भी जरूरत पड़ रही है। पिछले एक माह से ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। अब मरीजों में कोरोना के साथ डायरिया, हार्ट व यूरिन की समस्या भी आ रही है।
कोरोना वायरस जानवरों में पाए जाने वाले जीआई ट्रैक जैसा ही वायरस है। इससे जानवारों को पेट की बीमारी होती है। इस कारण से कुछ मरीजों को डायरिया की समस्या हो सकती है। एक बार शरीर एंटीडोट विकसित हो जाने के बाद छह माह तक रहता है। ऐसे में दोबारा संक्रमित होने और दूसरों को संक्रमित करने की संभावना नहीं होती है।
स्वास्थ्य विभाग में कोविड-19 के प्रवक्ता डॉ. सुभाष पांडेय ने कहा की जो मरीज ठीक हो गए हैं, अभी तक उनमें फिर से संक्रमण के मामले सामने नहीं आए हैं। ठीक होने वाले कुछ मरीजों में फिर लक्षण जरूर दिखाई दिए हैं। जैसे बुखार, सिरदर्द, सर्दी-जुखाम आदि। उनकी टेस्ट रिपोर्ट भी पाॅजिटिव आई थी, लेकिन उन्हें क्वॉरैंटाइन रहने के लिए कहा गया और हल्की दवाओं से ठीक हो गए। यह शरीर में डेड वायरस के कारण हुआ।
छत्तीसगढ़ में बढ़ता कोरोना संक्रमण
प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा है। अभी तक 5731 संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इनमें 29 मरीजों की मौत हो गई। 1588 एक्टिव केस हैं। रायपुर जो की एक हॉट स्पॉट बन चूका है वाहा 1314 मामले मिले हैं। इनमें से 10 की मौत हो गई है, और 620 एक्टिव केस हैं। हालांकि प्रदेश में 4114 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद उन्हें अस्तपाल से छुट्टी भी दी गई है।
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