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रायपुर के कमल विहार में स्थित केपीएस में हुई केंद्रीय विद्यालय शिक्षक भर्ती परीक्षा में घोर लापरवाही बरती गई। फाइन आटर्स के छात्रों को फिजिकल एजुकेशन का पेपर थमा दिया गया। शिकायत करने के बावजूद ड्यूटी पर मोजूद अफसरों ने एक नहीं सुनी और चुपचाप पेपर देने के लिए कह दिया। इसके चलते इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के छात्र मायूस होकर लौटे। उन्होंने इसकी शिकायत सीबीएसई को ट्वीट करके की है।
नियाव@ खैरागढ़
केंद्रीय विद्यालय शिक्षक भर्ती परीक्षा में विश्वविद्यालय में अध्ययनरत तकरीबन 100 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया था। यहां से पास आउट छात्र भी वहां पहुंचे थे। गड़बड़ी केवल फाइन आर्टस के छात्रों के साथ हुई। पेपर मिलने के बाद सवाल पढ़ते ही उनका माथा चकराया। हॉकी बॉल का वजन और व्यास, क्रिकेट पिच की लंबाई-चौड़ाई, खो-खो, कबड्डी आदि के बारे में उन्होंने पढ़ा ही नहीं था। ये सारे सवाल फिजिकल एंड हेल्थ एजुकेशन से संबंधित थे। उन्होंने इसकी शिकायत की, लेकिन मौजूद अफसरों ने उनकी एक न सुनी, बल्कि चुपचाप सवाल हल करने के लिए कहा।
पेपर सरल था, लेकिन विषय से चूक गए / परीक्षा देकर लौटे छात्र अरुण मरावी का कहना है कि पेपर काफी सरल आया था। सामान्य ज्ञान के सवाल आसानी से साल्व हो गए, लेकिन फिजिकल एजुकेशन से जुड़े प्रश्नों में तुक्के लगाने पड़े। क्योंकि वहां मौजूद अफसरों ने इसका कोई विकल्प ही नहीं दिया।
चाहते तो एक्सचेंज कर सकते थे पेपर / परीक्षार्थियों ने बताया कि वहां दूसरे कमरे में मौजूद फिजिकल एजुकेशन के छात्रों को फाइन आर्टस से जुड़े प्रश्नपत्र दिए गए थे। अगर परीक्षा केंद्र में मौजूद अफसर चाहते तो दोनों प्रश्नपत्रों को एक्सचेंज किया जा सकता था। रांची के एक परीक्षा केंद्र में ऐसा हुआ भी।
संगीत विवि की कुलपति से भी लगाएंगे गुहार / परीक्षार्थी अलख का कहना है कि तीन से चार साल में एक बार भर्ती परीक्षा होती है। इस बार का पेपर भी सरल आया था। ऐसी लापरवाही से परीक्षार्थियों को नुकसान हो रहा है। कुलपति से भी गुहार लगाएंगे कि वे सीबीएसई को लिखें इस मामले में न्याय दिलाएं।
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