इंटरनेशनल आर्टिस्ट डेनिस फेजिक भारत आकर बेहद खुश हैं। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय एक खूबसूरत आश्चर्य है, जहां कला व संगीत की शिक्षा एक साथ दी जाती है। नईदुनिया से चर्चा करते हुए डेनिस ने प्रिंटमेकिंग की बारिकियों के साथ वर्कशॉप के अनुभव बांटे। बतौर डेनिस वे यहां से खूबसूरत यादें लेकर जा रहे हैं और विवि के ग्राफिक्स विभाग के कलाकारों को जो कुछ सीखा उसे ही देकर जा रहे हैं। डेनिस ने बताया कि मैं पहली बार भारत आया हूं। विवि में पहले तो आकर लगा कहां आ गया, लेकिन यहां बिताए कुछ दिनों में ही एक सुखद अनुभूति हुई। डेनिस ने कहा कि पेंटिंग व प्रिंटमेकिंग दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं, लेकिन प्रिंटमेकिंग, पेंटिंग की तुलना में ज्यादा मेहनत का काम है। प्रिंटमकिंग का बाजार बहुत वृहद है। कला आज देशों की सीमाओं को लांघ सर्वव्यापी हो चुकी है। डेनिस ने कहा कि एक सहज कलाकार ही बेहतर कलाकृति का निर्माण कर सकता है। बोस्निया निवासी डेनिस फेजिक प्रिंटमेकिंग का एक ख्यातिलब्ध नाम है। साराजेवो, बोस्निया व हेरेज गोविना विवि से प्रिंटमेकिंग में बैचलर व मास्टर डिग्री करने वाले डेनिस साल 2004 से तुर्की व बोस्निया में बड़ी संख्या में प्रोजेक्ट वर्क का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। बोस्निया व हेरेज गोविना में 9 व्यक्तिगत प्रदर्शनियों के साथ आस्ट्रिया, स्विजरलैंड, बुल्गारिया, मेसेडोनिया, चेक रिपब्लिक व सर्बिया सहित विदेशों में 20 से अधिक समूह प्रदर्शनियों में हिस्सा ले चुके हैं।
सेल्फ टॉट आर्टिस्ट हैं सुजेन फ्रुवर्थ
आस्ट्रिया के ग्रेज में साल 1951 में जन्मी सुजेन फ्रुवर्थ नियोवोल भी विवि के कलाकारों को खासा मार्गदर्शन दे रही हैं। बहुमुखी प्रतिभा की धनी सुजेन सेल्फ टॉट आर्टिस्ट हैं। प्रिंटमेकिंग की विभिन्ना विधाओं इचिंग, मोनोप्रिंट व लीथोग्राफी में लगभग 3 दशक से भी ज्यादा समय से काम कर रही हैं। वे प्रोफेशनल गिल्ड ऑफ फाइन आर्टिस्ट्स स्टायरिया, आस्ट्रिया की सदस्य हैं। साल 2000 से आस्ट्रिया, केरोट्िया, फ्रांस, हंगरी, इटली, पोलैंड व स्लोवेनिया में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शिनियों में हिस्सा ले चुकी हैं। सुजेन को लीथोगग्राफी व मोनीप्रिंट में महारथ हासिल हैं, वे कपडों पर न केवल बेहतरीन कलाकारी करती हैं। बल्कि रंगों के आकर्षक संयोजन कर एक आकर्षक कलाकृति का भी निर्माण करती हैं।