रायपुर। बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश प्रभारी के खिलाफ शिकायत करना सारंगढ़ की पूर्व विधायक को भारी पड़ गया। बसपा की प्रदेश इकाई ने पार्टी विरोधी गतिविधियों व अनुसाशनहीनता के आरोप में पूर्व विधायक कामदा जोल्हे व पूर्व महासचिव एमपी मधुकर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश बाचपेयी ने बताया कि यह कार्रवाई बसपा प्रदेश इकाई के निर्णय पर की गई है उन्होंने बताया कि कामता जोल्हे लंबे समय से पार्टी में निष्क्रिय हैं। पहले पार्टी ने उनसे चुनाव लड़ने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया, लेकिन सारंगढ़ में पार्टी का जनाधार बढ़ने लगा तो चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर करने लगीं।
पार्टी ने जब सारंगढ़ की कमान दूसरे को सौंप दी तो उनको लगा कि पार्टी उनको टिकट नहीं देगी इसलिए वह लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियों शामिल होने लगीं। विरोधी पार्टियों के साथ मिलकर पार्टी के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ आधारहीन तथा तथ्यहीन झूठे आरोप लगा रही थीं। इसलिए कामता जोल्हे और उनके सहयोगी मैनेजर प्रसाद मधुकर को पार्टी से निष्काषित कर दिया।
ज्ञात हो कि बसपा की प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित की गई। जिसमें कामदा जोल्हे ने मंच से संगठन प्रभारी भारती पर गंभीर आरोप लगाए थे। मंच पर बोलते समय कामदा जोल्हे की आंखों से आंसू निकलने लगे थे। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं को किनारे कर संगठन को कमजोर किया जा रहा है। जोल्हे ने अपनी शिकायत राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन मायावती तक पहुंचाने की अपील की थी।