The RAGNEETI is periodical magazine and the news portal of central India with the political tone and the noise of issues. Everything is in this RAGNEETI. info@ragneeti.co.in
Owner/Director : Bhagwat Sharan Singh
Office Address : New Bus Stand, Shiv Mandir Road, Khairagarh. C.G
केरल: मुन्नार में भारी बारिश और बाढ़ के कारण भूस्खलन हुआ है, वहां चाय के बागानों में काम कर रहे मजदूरों के फंसे होने की खबर है। घटनास्थल से 10 लोगों को बचाया गया है और अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जानकारी के अनुसार 67 लोग अभी भी मलबे में दबे हैं, सभी को मुन्नार जिला अस्पताल में लाया गया है।
Also read: मुंबई में अभिनेत्री ने की खुदखुशी, सुसाइड नोट लिख कर बताया कारण
केरल के इडुक्की जिले के राजमला इलाके में भूस्खलन की ये घटना रात 12 से 1 बजे के बीच हुई है, इस हादसे में टाटा ग्लोबल बेवरेजेज (टीजीबी) की सहयोगी कंपनी कन्नन देवान हिल्स प्लांटेशन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (केडीएचपी) के 80 से अधिक चाय बागान सामिल है जहां पर यह भूस्खलन हुआ है, वही चाय के बागान में काम करने वाले मजदूरो की शेल्टर हाउसेस बनी हुई थी, वहां पर 20 परिवारों से ज्यादा परिवार रहते हैं इनमें से अधिकांश लोग तमिलनाडु के हैं जो चाय के बागान में मजदूरी करते हैं
Also read ; आज हो सकता है अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड का खुलासा, ED आज रिया चक्रवर्ती से करेगी पूछताछ
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक कई सारे लोग मलबे में दबे हुवे हैं। एनडीआरएफ की टीम को उस जगह तक पहुंचने में काफी दिकात का सामना करना पड़ा है। फिलहाल एक टीम वहां तक पहुंच पाई है ऐसी जानकारी मिल रही है कि सीएम पिनरायी विजयन ने त्रिशूर से भी एनडीआरएफ की एक बड़ी टीम को इडुक्की के लिए रवाना करने का निर्देश दिया है, साथ ही एसडीआरएफ, अग्निशमन विभाग दल और स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच रही है।
Also read: कैफे की आड़ में चल रहा था हुक्का बार,प्रशासनिक टीम ने मारा छापा
केरल के मुख्यमंत्री ने वायुसेना से हेलिकॉप्टर की मांग की है, ताकि रेक्स्यू ऑपरेशन को चलाया जा सके. इसके साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 50 लोगों की टीम को मौके पर भेजा गया है, जो भूस्खलन जैसे आपदा के दौरान राहत और बचाव कार्य करने में प्रशिक्षित हैं.
केएचडीपी के करीब 12,500 कर्मचारी हैं. 2005 में टाटा ने अपने कर्मचारियों को एक कर्मचारी बायआउट (ईबीओ) विकल्प के रूप में बागान को के एचडीपी को सौंप दिया था. टाटा ग्लोबल बेवरेजेज अभी भी के एचडीपी में लगभग 29 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती है और कन्नन देवन चाय ब्रांड की भी मालिक है.
2005 में तत्कालीन टाटा टी ने कंपनी का प्रबंधन करने वाले श्रमिकों का समर्थन करने के लिए केएचडीपी में मामूली 19 प्रतिशत की हिस्सेदारी बरकरार रखी थी. टाटा अंजनाड और कानन देवन हिल्स में अभी भी 58,000 एकड़ जमीन की मालिक है और इसे केएचडीपी को 30 साल की लीज पर दे दिया है.
रागनीति के ताजा अपडेट के लिए फेसबुक पेज को लाइक करें और ट्वीटर पर हमें फालो करें या हमारे वाट्सएप ग्रुप व टेलीग्राम चैनल से जुड़ें।