खैरागढ़. दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए जिला कांग्रेस कमेटी ने कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा के खिलाफ निंदा प्रस्ताव परित किया है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गजेन्द्र ठाकरे सहित कांग्रेस के समस्त पदाधिकारियो ने आरोप लगाया है कि कलेक्टर वर्मा ने गुरूवार को आरक्षण प्रक्रिया के दौरान ब्लाॅक अध्यक्ष आकाश दीप सिंह गोल्डी को सभाकक्ष से बाहर निकाल दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ठाकरे के अनुसार आरक्षण प्रक्रिया को सबके समाने करने का निवेदन किया था। घटना से अपमानित महसूस कर गोल्डी सभाकक्ष से बाहर निकल गए। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कलेक्टर का यह कृत्य निंदनीय है। जिसमें उन्होने ब्लाॅक अध्यक्ष के सुझाव को न मानकर और बाहर निकालकर कांगे्रस पार्टी के पदाधिकारियो का घोर अपमान किया है। इस दौरान मिहिर झा, सुनील पांडे, आरती महोबिया, दिलीप महोबिया, संजय महोबिया, रिंकु गुप्ता, हिमांचल राजपुत, आकाश दीप सिंह गोल्ड़ी, राम कुमार पटेल, कमलेश, चंदेश वर्मा, गुलशन तिवारी, विप्लव साहू, नागेन्द्र वर्मा, संत निषाद, गोलू पाल, दिनेश वर्मा, कुशल वर्मा, देवराज किशोर दास, गणेश वैष्णव सहित अन्य कांगे्रसी मौजूद थे।
24 को किया जायेगा काली पट्टी बांधकर कलेक्ट्रेट का घेराव
जिलाध्यक्ष ने कहा कि अगामी 24 दिसम्बर को कलेक्टर के विरोध कांग्रेसियो द्वारा काली पट्टी बांधकर कलेक्ट्रेट का घेराव कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा जायेगा। जिसमें राज्य निर्वाचन अधिकारी से खैरागढ के निर्वाचन अधिकारी को तत्काल प्रभाव से पदमुक्त किए जाने की मांग की जायेगी। साथ ही उक्त ज्ञापन की प्रतिलिपि केन्द्रीय निर्वाचन आयोग नई दिल्ली व राष्ट्रपति को भेजा जायेगा। जिलाध्यक्ष ठाकरे ने कहा की उक्त निर्वाचन अधिकारी के रहते हुए निष्पक्ष चुनाव होने की संभावना नहीं है। इसलिए उन्हे तत्काल प्रभाव से हटाया जाना चाहिए।
प्रस्ताव को विधायक यशोदा का समर्थन हासिल
जिलाध्यक्ष ने बताया की विधानसभा सत्र में शामिल होने के चलते विधायक यशोदा वर्मा बैठक मे शामिल नही हो सकी लेकिन जिला कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को उनका पूर्ण समर्थन हासिल है। जिलाध्यक्ष ने चेतवानी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर उक्त जिला निर्वाचन अधिकारी को हटाए जाने की कार्यवाही 7 दिवस के भीतर नही होती तो जिला कांग्रेस कमेटी उग्र आंदोलन करेगी।
घटना के दौरान जिला अध्यक्ष सहित अन्य कांग्रेसी थे मौजूद फिर भी नही उठाए
मिली जानकारी अनुसार गुरूवार कलेक्टर कार्यालय में जब ब्लाॅक अध्यक्ष आकाश दीप सिंह गोल्डी के साथ उक्त घटना हुआ उस दौरान जिलाध्यक्ष गजेन्द्र ठाकरे, जिला युवा कांगे्रस अध्यक्ष गुलशन तिवारी सहित अन्य कांग्रेसी मौजूद थे। लेकिन किसी ने गोल्डी के अपमान पर कोई सवाल कलेक्टर से नही पूछे, न ही कलेक्टर को इस प्रकार व्यवहार करने खेद जताया बल्कि गोल्डी के अपमानित महसूस कर निकलने के बाद पूरे कांग्रेसी शांत बैठकर निर्वाचन की कार्यवाही चुपचाप देखते रहे।
कलेक्टर निर्वाचन के दिन थे उग्र मातहत कर्मचारी के साथ भी ठीक नही व्यवहार
मिडिया ने अपमान के बाद भी शांत बैठने को लेकर जिलाध्यक्ष ठाकरे सवाल किया जिस पर पार्टी की बचाव करते हुए पूर्व मंहामंत्री सूर्यकान्त पांडे ने कहा कि ब्लाॅक अध्यक्ष गोल्डी को कलेक्टर ने बाहर जाने का फरमान जारी किया तो गोल्डी के समर्थन में हम लोगो के द्वारा बैठक से बाहर निकला गया। लेकिन जिलाध्यक्ष ठाकरे ने इस सवाल पर बताया की घटना के दौरान प्रशासनिक कार्य चल रहा था, हम लोग कार्य में किसी प्रकार का बाधा नही डालना चाहते थे और जिला कार्यालय के अंदर चल रहा था। इस कारण किसी प्रकार का विरोध हम लोगो के द्वारा नही किया गया। उस दौरान कलेक्टर वर्मा इतने उग्र थे कि वह अपने मातहत कर्मचारी के साथ भी उनका व्यवहार ठीक नही था।
गोल्डी ने लगाया था कलेक्टर पर गंभीर आरोप इस कारण किया दुर्व्यवहार
3 दिसम्बर को कांग्रेसियों द्वारा नगर पालिका में हुए भ्रष्टाचार पर कार्यवाही की मांग को लेकर ज्ञापन सौप रहे थे। उस दौरान आकाशदीप गोल्डी ने ज्ञापन लेने आए अपर कलेक्टर प्रेम कुमार पटेल व एसडीएम टंकेश्वर साहू को सवाल किया कि नगर पालिका सीएमओ कलेक्टर को मैनेज करते है क्या यह बात सही है। जिस पर कलेक्टर का बचाव करते हुए एसडीएम साहू ने इसे फालतू का बात बताया। अब कांग्रेस अध्यक्ष ने शंका जताया है कि कलेक्टर पर गोल्डी जी द्वारा जो आरोप लगाया गया है उसके कारण इस प्रकार का व्यवहार किया होगा।