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खैरागढ़. वन मंडल के साल्हेवारा रेंज के अमतीखोल जंगल में बड़ी मात्रा में आयरन ओर की तस्करी का मामला सामने आया है। बुधवार की रात ग्रामीणों ने एक जेसीबी और एक डंफर को आयरन ओर की तस्करी करते हुए पकड़ा। रात में ग्रामीणों ने गाड़ियों के पकड़े जाने की सूचना वन विभाग के आला अधिकारियों को दी। दरअसल,मंडल का साल्हेवारा रेंज का अमतीखोल जंगल और उसके आसपास का एरिया बॉर्डर से लगे हुए हिस्से हैं जहाँ के संरक्षित वन परिक्षेत्र आयरन ओर के मामले में समृद्ध हैं। बॉर्डर पर होने की वजह से रोज़ाना अवैध रूप सैकड़ों ट्रक आयरन ओर अन्य खनिज बेधड़क होकर पार हो रहे हैं। चूंकि एरिया वन विभाग के संरक्षित क्षेत्र में आता है , इसलिए कार्यवाही का सीधा अधिकार भी वन विभाग के आला अधिकारियों के पास है। परन्तु वन विभाग की पूरी टीम इस अवैध तस्करी के कारोबार से मुँह फिराए बैठी है। जिसकी वजह से अवैध उत्खनन कर्ताओं के हौसले बुलंद हैं।
कलेक्टर से शिकायत
मामले की शिकायत जिला किसान मोर्चा के महामंत्री खम्मन ताम्रकार ने गंडई पहुंचे कलेक्टर तारन प्रकाश सिंन्हा से की है। ताम्रकार ने कलेक्टर सिन्हा को बताया कि रोज़ाना सैकड़ों ट्रक आयरन ओर बॉर्डर से पार हो रहा है। बुधवार को भी ऐसा ही मामला प्रकाश में आया था। जिसकी सूचना मैंने एसडीएम मैडम और वन विभाग के अधिकारियों को दी थी। लेकिन कोई बड़ी कार्यवाही या एक्शन अभी तक सामने नहीं है।
स्थानीय ठेकेदारों के साथ मध्यप्रदेश के ठेकेदार भी शामिल
आयरन ओर की तस्करी के इस खेल में सिर्फ बाहरी ठेकेदारों के हाथ नहीं है। ग्रामीणों की माने तो स्थानीय ठेकेदारों की शय पर बाहरी ठेकेदार इस कृत्य को अंजाम दे रहे हैं।
मामला वन निजी ज़मीन का,वनक्षेत्र नहीं - डीएफओ
मामले को लेकर डीएफओ संजय यादव ने बताया कि शिकायत मिली थी, जिसके बाद रेंजर सहित वन विभाग के अन्य कर्मचारियों को मौके पर भी भेजा गया था। पर मामला निजी ज़मीन का है। और वन क्षेत्र से बाहर है। इसलिए हमारे पास कार्यवाही का अधिकार नहीं है।
एसडीएम से नहीं हुआ संपर्क
मामले पर राजस्व विभाग का पक्ष जानने छुईखदान की एसडीएम श्रीमतीनिष्ठा पांडेय तिवारी से पक्ष जानने सम्पर्क किया गया,लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया