छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में कथित तौर पर चार लोगों ने दो साध्वियों का अपहरण कर सामूहिक गैंगरेप किया है। बताया जा रहा है कि ये घटना इसी साल 2 मार्च की है। लेकिन पुलिस को इस बारे में शुक्रवार को पता चला। जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
बिलासपर के एसपी आरिफ शेख ने बताया कि साध्वियों की शिकायत पर पेंड्रा पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है। जिसमें उन्होंने चार लोगों को रेप का दोषी बताया है। इन चार व्यक्तियों के नाम हैं दिलीपचंद पटेल, कल्पनाथ चौधरी, गिरिजाशंकर चौधरी और श्यामचंद चौधरी।
दोनों साध्वियों की उम्र 24 साल के आसपास है। दर्ज शिकायत में साध्वियों ने बताया है कि वह 2 मार्च को वह साउथ बिहार एक्सप्रेस से चंपा रेलवे स्टेशन उतरी थीं। जिसके बाद उन्हें दिलीपचंद पटेल मिला जिसे वह पहले से जानती थीं। साध्वियों के मुताबिक दिलीपचंद ने उनसे कहा कि वह उन्हें अपनी गाड़ी से उनके आश्रम तक पहुंचा देगा। यह आश्रम जांजगीर-चांपा जिले के अमोदा हसौद गांव में है।
उन्होंने बताया कि जब वह गाड़ी में बैठीं तो उसके थोड़ी देर बाद ही पटेल ने गाड़ी कोरबा जिले की ओर मोड़ दी और कहने लगा कि उसे एक जन्मदिन पार्टी में जाना है। फिर बारापली में पटेल ने तीन और आदमियों को गाड़ी में बिठा लिया। जब उन्होंने इस बात का विरोध किया तो पटेल उन्हें बंदूक दिखाकर मारने की धमकी देने लगा और सोनाडी के एक सुनसान इलाके में ले जाकर चारों ने उनके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस का कहना है कि उन्होंने मामले की अधिक जानकारी लेने के लिए रविवार को दोनों पीड़िता को बुलाया था।