खैरागढ़. मुढीपार सोसायटी भ्रष्टाचार का गढ बन गया है पूर्व में किसानो के लोन राशि गबन करने के मामले की जांच पूरी नहीं हो पाई है। अब सोसायटी में नए भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो गए है। किसान जब लोन लिखाने सोसायटी पहुंचे तो प्रबंधक नरेश सिन्हा ने किसानो शेयर राशि जमा करने कहा जिस पर किसानो पूर्व में शेयर राशि जमा होने की बात की और अपना किसान क्रेडिट कार्ड (पासबुक) दिखाया। प्रबंधक ने सोसायटी के लेजर राजिस्टर और किसान क्रेड़िट कार्ड में दर्ज शेयर राशि की मिलान की जिसके बाद किसान और प्रबंधक के होश उड़ गए।
नहीं है लेज़र रजिस्टर में एंट्री
किसान नकुल निवासी मुड़पार के शेयर राशि 4 हजार रूपए लेजर राॅजिस्टर में एंट्री कम मिली किसान ने बताया की मई 2022 में उनकी शेयर राशि 3900 रूपए दर्ज थी जिसके बाद लोन राशि बढ़ाने अक्टुबर 2022 में 4000 रूपए जमा किए जिसका सोसायटी प्रबंधक द्वारा किसान क्रेड़िट कार्ड मे एंट्री भी किए लेकिन सोसायटी के लेजर राॅजिस्टर में एंट्री ही नही किए। पूर्व प्रबंधक धनेश्वर साहू ने बड़ी चालाकी से किसानों के कम शेयर राशि जमा करने के बाद भी नियम विपरित किसानो को लोन राशि बढा कर दे दिया जाता था। जिससे किसानो को शेयर गबन की भनक भी नहीं लगी।
नए प्रबंधक ने खोली भ्रष्टाचार की पोल
सोसायटी में शेयर से संबंधी भ्रष्टाचार के मामले समाने आने के बाद 200 किसान शुक्रवार को सोसायटी पहुंचकर अपना जमा शेयर किसान क्रेड़िट कार्ड और लेजर राजिस्टर से मिलान करान शुरू किए जिस पर पता चला की लगभग पूरे किसानो के शेयर राशि को पूर्व प्रबंधक धनेश्वर साहू ने गबन कर लिए है। नए प्रबंधक नरेश सिन्हा ने किसानो को बताया की यह पूर्व प्रबंधक द्वारा गबन किया गया है इसमें उनका कोई हाथ नही है। प्रबंधक ने बताया की छोटे किसानो को जारी ऋण राशि की 10 प्रतिशत एवं बडे किसानो की ऋण राशि के 15 प्रतिशत राशि शेयर के तौर पर जमा रहनी चाहिए। लेकिन पूर्व प्रबंधक द्वारा किसानो के क्रेडिट कार्ड में एंट्री करता था लेकिन सोसायटी के लेजर राजिस्टर में एंट्री नही करता था। जब तक सोसायटी के लेजर राजिस्टर में एंट्री नहीं होता तब तक किसानो के लोन स्वीकृति या लोन राशि को नहीं बढा सकते। प्रबंधक एंट्री नहीं किया है मतलब राशि को गबन कर लिया गया है।
शिकायत करने किसान को जाना पडे़े तो आपका अध्यक्ष होने का क्या फायदा
किसानों ने सोसायटी अध्यक्ष नरोत्तम सिन्हा को भी खरी-खोटी सुनाई किसानो ने नरोत्तम सिन्हा को पूछा पूर्व में शिकायत हुआ था क्या कार्यवाही हुआ। हर बार किसान ही खैरागढ़, राजनांदगांव शिकायत के लिए जाना पड़ता तो आपको ( नरोत्तम ) अध्यक्ष बनाने से क्या फायदा। अध्यक्ष ने किसानो की बात को गंभीरता से लेते हुए कहा कि शिकायत करना पडे़गा समास्या जब आती है तो कही न कही उच्च अधिकारी के समझ शिकायत करना पड़ता है तभी समस्या का निदान होता है। नरोत्तम सिन्हा ने शिकायत पत्र में सभी किसानो का हस्ताक्षर लेकर शिकायत करने की तैयारी कर रहे है। इस दौरान भरत भूषण सिन्हा, विपल्व सहित 200 किसान उपस्थित थे।
नियम विरूद्व चेक कटाने की तैयारी मे समिति
शासन के नियमानुसार किसानो को लोन राशि प्रदान करने से पहले किसानो से करीबन 15 प्रतिशत राशि शेयर के रूप में जमा लिया जाता है। लेकिन मुढ़ीपार में शेयर राशि गबन के बाद किसानो को नियम विरूद्व चेक काटाने की तैयारी कर रहे है प्रबंधक नरेश सिन्हा ने बताया की मुढ़ीपार बैक प्रबंधक और समिति अध्यक्ष नरोत्तम सिन्हा ने मौखिक निर्देश दिया है कि सभी किसानो को पिछले साल अनुसार ऋण देने कहा गया है और प्रबंधक नियम विरूद्व चेक कटाने तैयार हो गए है। हालांकि किसानो का अभी तत्वरित समस्या का समाधान नियम विरूद्व कर दिया लेकिन जब तक किसानो के क्रेडिट कार्ड के हिसाब से सोसायटी के लेजर बुक में एंट्री नहीं होगा तब तक हर वर्ष समास्या का सामना करना पड़ता रहेगा।