खैरागढ़. श्रद्धा और भक्ति के सबके अपने तरीके हैं। और सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं। इसे चरितार्थ करते पिपरिया की शबाना बेग़म बीते 10 वर्षो से अनवरत मां बम्लेश्वरी के दर्शनों को कवर्धा,लोहारा,गंडई,छुईखदान सहित कवर्धा की ओर से आने वाले पदयात्रियों की सेवा पूरी शिद्द्त से करती हैं। पदयात्रियों को चाय,पानी से लेकर पोहा,केला सहित नाश्ते का अन्य सामान भी स्वयं उपलब्ध कराती हैं। किसी को छाले पड़ गए या पैर दर्द हुआ तो दवाई लगाने और का काम भी खुद करती हैं। इसमें पिपरिया के रहवासी भी अपनी भूमिका निभाते हैं। पर मुख्य भूमिका शबाना के पास टूशन लेने वाले बच्चे निभा रहे हैं। जो पूरे समय पंडाल में अपनी सेवा देते हैं।
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पदयात्री के लिए चाय बनाती शबाना
पति और बच्चे भी निभा रहे भूमिका
पदयात्रियों की सेवा के इस कार्य में शबाना के पति शेख इस्माइल भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं। सेवा में लगने वाले सामानों को लाने ले जाने का काम शेख इस्माइल करते हैं। तो उनकी बेटी सना पदयात्रियों के लिए चाय आदि की व्यवस्था करते हैं।
पर्यावरण संरक्षण के कार्यों से जुड़ी हैं शबाना
शबाना निर्मल त्रिवेणी महाअभियान से जुड़कर पर्यावरण संरक्षण में भूमिका निभा चुकी हैं। शिक्षा के लिए निरंतर काम कर रही हैं।
स्व.प्राकृत शरण को समर्पित किया सेवा पंडाल
शबाना ने पदयात्रियों की सेवा के प्रतिवर्ष लगने वाले पंडाल को वरिष्ठ समाजसेवी व पत्रकार स्व.प्राकृत शरण सिंह को समर्पित किया है। शबाना बेग़म ने बताया कि पदयात्रियों की सेवा से अलग ही सुकून मिलता है। हर साल बड़ी संख्या में पदयात्री आते हैं।
