खैरागढ़/अतरिया बाजार 00 शुक्रवार को कलेक्टर गोपाल वर्मा का अलग ही रूप देखने को मिला। आम तौर प्रशासनिक अधिकारियों में इस तरह की सहजता देखने में नहीं आती। दरअसल,अतरिया में घुमंतू मवेशियों से हो रही समस्या और विवाद के निपटारे के लिए कलेक्टर अतरिया पहुंचें। चर्चास्थल पर बकायदा कुर्सियां और टेबल लगी हुई थी। जैसा अमूमन होता है। लेकिन कलेक्टर अपनी टीम के साथ कुर्सियों पर नहीं बैठे। बल्कि ज़मीन पर बैठकर चौपाल लगा ली। ग्रामीणों और गौपालकों को बिठाया। बिरुटोला और पद्मवतीपुर के जनपद सदस्य और जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों को सुझाव देते हुए कहा कि सड़क पर घूमने वाले मवेशी की समस्या स्थाई समाधान जरूरी है। इसके लिए आगामी वर्षों में गाँव के गौठान में पैरादन से चारा और देखरेख हेतु चरवाहा रखने की पहल करें। इसमे प्रशासन पुरा सहयोग करेगा और समस्या का स्थायी समाधान मिलेगा।इस दौरान खैरागढ़ तहसीलदार प्रीति लारोकर, सहायक जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. मक़सूद, स्टेनो संजय देवांगन, पटवारी लोकेश ध्रुवे, स्थानीय दिनेश साहू, सुरेश वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
ग्रामीणों ने तालियों से जताया आभार
कलेक्टर गोपाल वर्मा से मवेशी समस्या पर चर्चा के दौरान जनपद सदस्य प्रतिनिधि बिरुटोला विंकेश ध्रुवे और पद्मवतीपुर के जनपद सदस्य लाकेश्वर चंदेल सक्रिय रूप से उपस्थित हुए। अतरिया बाजार के ग्रामीणों ने शांतिपूर्ण तरीके से समस्या के समाधान में प्रशासन का सहयोग किया। चर्चा के दौरान कलेक्टर ने सभी के साथ दरी में बैठकर बहुत गंभीरता से समस्या के संभावित विकल्प सुझाये और अंत मे समाधान निकल आया। इस प्रकार सार्थक पहल व समस्या के समाधान हेतु ग्रामीणों ने कलेक्टर गोपाल वर्मा का तालियों की गड़गड़ाहट से आभार जताया।