रायपुर. लॉकडाउन के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अनोखी तरकीब निकाली। मंगलवार को वे जनता से सीधे जुड़े। अलग-अलग व्यवसाय में लगे लोगों से उनके मुताबिक बात की। भिलाई के पंचर बनाने वाले अशोक से बात करते समय पूछा- खाने-पीने का संकट तो नहीं है। है तो बताएं? वहीं सब्जी बेचने वाले गोरेलाल चंद्रा से कहा- बाजार में सब्जियों के भाव तो ठीक चल रहे हैं ना? किसानों को सही दाम मिल रहे हैं या नहीं? इसी तरह उन्होंने विभिन्न जिलों में रहने वाले किसान, मजदूर, नर्स, ग्रामीण, सफाईकर्मी, सब्जी दुकानदार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और महिला सरपंच से बातचीत की। मुख्यमंत्री से बात करने के बाद लोगों को सुकून मिला।
आइए जानते हैं मुख्यमंत्री ने किससे क्या पूछा-
जूजगु ग्राम पंचायत की सरपंच ने बताया, घर पहुंचाकर दे रहे हैं राशन
जशपुर के ग्राम पंचायत जूजगु की महिला सरपंच कुंती बनवासी का फोन लगते ही सीएम का पहला सवाल था- उचित मूल्य की दुकान राशन मिलना शुरू हुआ या नहीं? इस पर कुंती बोलीं- दो माह से वितरण शुरू है। लोगों को घर पहुंचाकर चावल दे रहे हैं, सर। तीन ऐसे भी हैं, जिनके पास कार्ड नहीं। तब सीएम बोले- उन्हें दो क्विंटल अतिरिक्त चावल में से दे दो। ध्यान रहे कोई भूखा न सोए।
मुख्यमंत्री का फोन आते ही गदगद हुआ भिलाई का अशोक
भिलाई-3 के एकता नगर निवासी अशोक कटाने सीएम का फोन आते ही गदगद हो गया। साइकिल का पंचर बनाकर घर चलाने वाले अशोक से मुख्यमंत्री बघेल ने कहा- शासन द्वारा उठाए गए कदमों का लाभ उन्हें मिल रहा है या नहीं? यही जानने फोन किया हूं। अशोक बोला- निगम और स्वयंसेवी संस्थाएं व्यवस्था कर रही हैं। राशन दुकान में दो माह का चावल मिल रहा है, कल जाकर लूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आपकी पूरी मदद करेगी।
दंतेवाड़ा की कार्यकर्ता ने बताया, घर जाकर कर रहे जागरूक
दंतेवाड़ा जिले के चूड़ी टिकरा की कार्यकता शीला देवी मुख्यमंत्री के पूछने पर बताया कि वे घर-घर जाकर बच्चों को पौष्टिक आहार दे रहे हैं। बच्चों के पोषण की स्थिति ठीक है। इसके अलावा वह लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए साबुन से बार-बार हाथ धोने, लोगों को तीन फीट की दूरी बनाए रखने की समझाइश दे रही हैं। मुख्यमंत्री ने उनकी सराहना की और कहा कि लोगों को कोरोना से बचाव की जानकारी तो दें।
बिलासपुर में ठहरे श्रमिकों के इंतजाम की ली जानकारी
बिलासपुर के त्रिवेणी भवन में ठहरे श्रमिक युसुफ खान से मोबाइल पर बात कर सुविधाओं की जानकारी ली। युसुफ ने बताया कि उन्हें खाने-पीने और रहने की कोई समस्या नहीं है, यहां जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा सभी व्यवस्था की गई है। सुबह-शाम, चाय-नाश्ते के साथ ही दोपहर एवं शाम का भोजन दिया जा रहा है। आवश्यकता के अनुसार चिकित्सा सुविधा भी मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने अपने गांव जाने की इच्छा जताई। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि लॉकडाउन बहाल होने के बाद तत्काल उन्हें भेजने की व्यवस्था की जाएगी।
संकट के समय लोगों को सही दाम पर मिले सब्जियां
कोरबा के सब्जी विक्रेता से बात गोरेलाल चंद्रा से सीएम ने पूछा कि किसानों को सब्जियों का बराबर दाम मिल रहा है या नहीं? बाजार में सब्जियों के दाम बढ़े तो नहीं हैं? इस पर गोरेलाल ने बताया कि किसानों को सही दाम मिल रहा है। लॉकडाउन की शुरूआत में सब्जियों के दाम बढ़े थे, लेकिन देहात से अब सब्जियों की आवक शुरू होने से दाम डाउन हुए हैं। दो-चार रुपए ज्यादा लेकर लोगों को सब्जियां बेच रहे हैं।
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