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बिजली की समस्या से जूझ रहा है उदयपुर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र Featured

उदयपुर. बिजली की समस्याओं को लेकर उदयपुर के साथ-साथ उदयपुर सब स्टेशन से लगे हुए कोटरा बोरई कुटेलीकला ओड़िया साल्हेकला आमाघाट कादा खपरीदरबार खैरी पद्मवतीपुर के ग्रामीण आए दिन बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं कभी भी बेमौसम बिजली काट दी जाती है।

 

दिन में सुबह 6:00 से लेकर शाम 6:00 बजे तक 12 घंटे के बीच में दर्जनों बार लाइन बंद कर दिया जाता है यह हाल तो ग्राम उदयपुर का है सब स्टेशन होने के बावजूद 12 घंटे में दर्जनों बार लाइन बंद चालू साथ ही लो वोल्टेज की समस्या से ग्रामीण व किसान परेशान है ऐन किसानी के मौके पर किसानों से 3 एच पी पम्प के टेंपरेरी कनेक्शन के नाम पर 3180 रुपये के बजाए 5000 रुपया विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों के द्वारा वसूला जा रहा है। फिर भी किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है पंप कनेक्शन व अन्य कार्यों के लिए सर्वे के नाम से नाम पर 500 रुपये भी विभागीय कर्मचारियों के द्वारा वसूला जा रहा है। 

 

सब स्टेशन होने के बाद लोग हो रहे परेशान

साथ ही साथ सब स्टेशन उदयपुर व आस पास के ग्रामीणों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध नही हो पा रही है। रात में लगातार बिजली बंद हो जाती है रात में 1:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे के बीच में एक फेस में लाइन कट हो जाने पर भी उस लाइन को नहीं सुधारा जाता है यह हाल तो उदयपुर में सब स्टेशन होने के बावजूद है इसके साथ ही ग्राम उदयपुर सबस्टेशन के साथ लगभग 10 गांव जुड़े हुए हैं।

 

अगर उदयपुर की समस्या नहीं सुधर पाती है तो सबस्टेशन से जुड़े हुए 10 ग्राम की बिजली समस्याओं का समाधान कैसे हो पाएगा यह सोचने की विषय है लगातार ग्रामीणों से शिकायत मिल रही है कि किसी भी समय लाइन काटा जा रहा है। 

 

लोड से अधिक दिया जा रहा कनेक्शन

 लाइनमैन व असिस्टेंट लाइनमैन के द्वारा अधिक मात्रा में ट्रांसफार्मर में कनेक्सन दिया जा रहा है,जिसके वजह से ग्रामीण क्षेत्र की लाइन भी प्रभावित हो रहे हैं। 63 एचपी के ट्रांसफार्मर पर 30 से 35 किसानों के द्वारा बिजली का उपयोग किया जा रहा है जिस पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।बिजली की समस्या सुधार नहीं होने पर उदयपुर ग्रामीण क्षेत्र के लगभग 10 ग्राम के 5000 ग्रामीण धरना प्रदर्शन करने के लिए तैयार है।

 

हल्की बारिश में काट दी जाती है बिजली

यहां के कर्मचारियों के रवैया के चलते उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. क्षेत्र में जो भी कर्मचारी बिजली विभाग के अंतर्गत कार्यरत है यह उपभोक्ताओं से व्यवहारिक ढंग से बात नहीं करते. यह भी खबर है कि जब भी लाइट बंद होती है संबंधित कर्मचारियों का मोबाइल भी स्विच ऑफ हो जाता है. इस वजह से उपभोक्ताओं को और भी परेशानी होती है।

 

हल्की बारिश व आंधी तूफान से तुरंत बिजली काट दी जाती है. जो घंटों बंद रहता है बिजली बंद होने के चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बतादें कि सुबह से ही बिजली को काट दिया जाता है. जहां लोगों को पेयजल की समस्या भी बनी रहती है. अधिकांश लोग नल जल व बोर कनेक्शन से ही पीने की पानी लेते हैं. लेकिन ऐन वक्त पर बिजली बंद हो जाने के कारण लोगों को पीने की पानी नसीब नहीं होती. वही बार-बार पावर कट होने के कारण कंप्यूटर सेंटर, फोटो कॉपी दुकान, बैंकिंग काम सहित अनेकों काम प्रभावित हो जाते हैं संबंधित विभाग के कर्मचारी इस ओर ध्यान नहीं देते.

 

मेंटेनेंस के नाम पर खानापूर्ति

 बता दें कि हर साल बारिश के पहले ही मेंटेनेंस का काम किया जाना होता है लेकिन मेंटेनेंस के नाम पर केवल खानापूर्ति ही देखी जा सकती है. क्षेत्र में झुके हुए खंभे, तार का पेड़ों से टकराना आम बात हो गई है. वहीं क्षेत्र में हमेशा बिजली से दुर्घटना होती रहती है जिससे विभाग अभी तक सीख नहीं लिए हैं.

 

केबल कटआउट की भी समस्या बनी हुई है

 बता दें कि क्षेत्र में अधिकांश ट्रांसफार्मरों में केवल कटआउट की भी समस्या बनी हुई है खुले में केवल कटआउट ऐसे ही पड़ा रहता है जिससे जान-माल की खतरा बना रहता है विभाग के पास फंड होने के बाद भी केबल कटआउट को दुरुस्त नहीं कर रहे हैं. स्थिति ऐसा ही रहा तो आने वाले समय में बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है विभाग को इस ओर ध्यान देकर उचित कार्यवाही भी करना चाहिए.

 

अभी तक पावर ट्रांसफार्मर नहीं लग पाया है

विधायक देवव्रत सिंह के अनुशंसा से उदयपुर सब स्टेशन में 3:15 केवी का पावर ट्रांसफॉर्मर स्वीकृत हुआ है जिसके लिए दुर्ग निवासी ठेकेदार सुनील दुबे के द्वारा ट्रांसफार्मर लगाने के लिए सीमेंट चबूतरा तैयार कर दिया गया है परंतु विभागीय उदासीनता के चलते अभी तक पावर ट्रांसफार्मर नहीं लग पाया है।

 

ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं को देखते हुए विधायक देवव्रत सिंह ने उदयपुर सब स्टेशन में पावर ट्रांसफॉर्मर स्वीकृत कराए है परंतु अभी तक नहीं लग पाया है छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा बिजली बिल हाफ की घोषणा के बाद ग्रामीणों को बिजली बिल हाफ का फायदा तो मिल रहा है साथ ही साथ विभागीय उदासीनता के चलते बिजली हाफ की समस्याओं से ग्रामीण ग्रसित है जल्द से जल्द पावर ट्रांसफार्मर लगाने से बिजली हाफ की समस्याओं से निजात मिल पाएगा। 

 

क्या कहते हैं क्षेत्रीय ग्रामीण ?

पिछले 1 सप्ताह से बिजली की समस्या से परेशान है 2 दिन पहले ही ट्रांसफॉर्मर को बदला गया है फिर भी बार-बार बिजली बंद होने से ग्रामीण परेशान है

                            -- ऐमन वर्मा सरपंच प्रतिनिधि कोटरा

 

 हमारे ग्रामीण क्षेत्र में ही बिजली की समस्या होती है शहरों में तो 5 मिनट भी लाइट बंद नहीं होती जबकि बरसात तो सभी जगह होती है गर्जना भी सभी जगह होती है तो वहां पर क्यों फर्क नहीं पड़ता हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में क्यों फर्क पड़ता है। 

                                                     -- नरेंद्र सेन ग्रामीण

 

उदयपुर सब स्टेशन की फुल दादागिरी चल रही है सुबह 4:00 बजे लाइन बंद पानी बंद फिर सुबह 6:30 बजे लाइन चालू इसका मतलब लाइन में कोई खराबी नहीं लाइनमैन में खराबी है

                                             --रमेश साहू ग्रामीण बोरई

 

लगातार 15 दिनों से बिजली की आंख मिचौली चल रही है अगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो बिजली ऑफिस का घेराव करेंगे। 

                        -- रामानंद साहू विधायक प्रतिनिधि बोरई

 

पावर ट्रांसफार्मर अभी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है एक सप्ताह में उपलब्ध होने की संभावना है जैसे ही पावर ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध होगा तुरंत उदयपुर में पावर ट्रांसफार्मर लगवा देंगे। 

                                          -- छगन शर्मा डी ई खैरागढ़

 

टेक्निकल फाल्ट होने की वजह से ही पावर कट व लो वोल्टेज की समस्या होती है बिजली विभाग के कर्मचारियों के द्वारा उपभोक्ताओं को अधिक से अधिक मात्रा में बिजली उपलब्ध कराने का कोशिश कर रहे है। 

                                     -- एम विश्वकर्मा ए ई छुईखदान

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Last modified on Tuesday, 07 September 2021 20:19
रागनीति डेस्क-1

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