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मिशन 6" के नाम पर खैरागढ़ जनपद पंचायत में 6-6 हजार की कथित अवैध वसूली, सचिव संघ के आंतरिक मैसेज और वायरल सूची से मचा हड़कंप Featured

 

जनपद पंचायत खैरागढ़ के पंचायत सचिवों के बीच इस समय एक वायरल लिस्ट और व्हाट्सएप मैसेजों ने नई हलचल पैदा कर दी है। मिशन 6 नामक एक रहस्यमयी योजना के तहत कथित रूप से पंचायत सचिवों से 6-6 हजार रुपए की मांग की जा रही है, जिसे लेकर सचिव संघ के भीतर मतभेद, भ्रम और विरोधाभासी बयान सामने आए हैं।

 

व्हाट्सएप ग्रुप का वायरल संदेश बना सबूत

 

3 जुलाई 2025 को पंचायत सचिव संघ खैरागढ़ नामक व्हाट्सएप ग्रुप में सचिव खुमान यादव द्वारा एक PDF सूची साझा की गई, जिसमें कुछ पंचायतों के नाम के सामने राइट का निशान लगा है। उसी के साथ संदेश लिखा गया कि कृपया इस सूची में शेष ग्राम पंचायत अतिशीघ्र मिशन छः को जमा करना सुनिश्चित करे। इसके बाद 10 जुलाई को भी दोबारा मैसेज भेजा गया। 

 

सूची में 114 पंचायतों के नाम, कई पंचायतों ने दी राशि

 

सूत्रों की मानें तो इस सूची में जिन पंचायतों के नाम राइट के साथ दर्ज हैं, उन्होंने कथित रूप से 6-6 हजार रुपये जमा किए हैं। खैरागढ़ जनपद पंचायत की कुल 114 ग्राम पंचायतों में से कम से कम 29 पंचायतें इस कथित मिशन 6 में शामिल हो चुकी हैं।

 

क्यों और किसलिए मांगी जा रही राशि?

 

पूरे मामले में सबसे बड़ी उलझन यही है कि मिशन 6 है क्या? जब सचिव खुमान यादव से पूछा गया, तो उन्होंने खुद को प्रभारी कार्यवाहक अध्यक्ष बताते हुए कहा कि संघ के कार्यों के लिए राशि मांगी जा रही है। संघ के अंदर प्रस्ताव पारित हुआ है, चर्चा हुई है। लेकिन जब उनसे पूछा गया कि नियमित अध्यक्ष और सचिव की जानकारी के बिना वह कैसे राशि मांग सकते हैं, तो उन्होंने इसे “संघ की आंतरिक बात” कहकर टाल दिया।

 

संघ के शीर्ष पदाधिकारी बोले—हमें कुछ नहीं मालूम

 

जिला सचिव संघ के सचिव ध्रुव कुमार धर्मेन्द्र ने कहा कि किसी भी प्रकार का निर्णय राशि संग्रह को लेकर नहीं लिया गया है। व्हाट्सएप मैं देखता नहीं हूं, अब आपसे पता चला है तो देखूंगा। संघ ने कोई आदेश जारी नहीं किया है।

 

वहीं संघ के नियमित ब्लॉक उपाध्यक्ष देवरी सचिव नियाजी ने बताया कि संघ में ₹6000 की राशि मांगने का कोई प्रस्ताव नहीं हुआ है, न ही किसी से ऐसी राशि मांगी गई है। मिशन 6 क्या है, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है।

 

वहीं संघ के अध्यक्ष व सलौनी सचिव जागेश्वर धनकर ने कहा कि मिशन 6 जैसा कोई कार्यक्रम संघ में नहीं चल रहा है, न ही मैंने कोई राशि दी है। ग्रुप में मैसेज देखा है, सोमवार को पूछताछ करूंगा।

 

सचिवों के बयान आपस में भिन्न—संदेह गहराया

अमलीडीहकला के सचिव बोले, मुझे पता नहीं।

गर्रापार ने कहा, मैसेज तो आया, पर पैसे नहीं दिए।

लछना ने कहा, जनपद में कहा गया था, मैंने संघ में जमा किया।

मंडला सचिव बोले, मुझे कोई जानकारी नहीं, मैंने कुछ जमा नहीं किया।

कटगीखुर्द बोले, मैंने किसी को राशि नहीं दी।

 

कुछ सचिवों ने तो जमा करने की बात मानी, लेकिन कारण स्पष्ट नहीं:

कामठा सचिव बोले कि 6 हजार खुमान को दिए, पर किसलिए, नहीं पता।

खम्हारडीह सचिव ने माना कि निर्वाचन कार्य के लिए कहा गया कि शासन से पैसा नहीं आया, इसलिए जमा किया।

 

सचिव मुढीपार भागवत साहू ने कहा कि मेरे द्वारा किसी प्रकार की राशि की मांग नहीं की गई है, न ही ग्रुप में कोई मैसेज डाला है। मिशन 6 के बारे में जानकारी नहीं है, मैं न अध्यक्ष हूं न संगठन पदाधिकारी। यह संगठन का मामला है, बैठक में ही स्पष्ट होगा। मैंने कोई राशि जमा नहीं की है, ग्रुप की जानकारी चेक करके ही कुछ कह सकूंगा।

 

पोल खोल दी भरदाकला सचिव ने

 

भरदाकला पंचायत के सचिव जग्गु साहू ने स्पष्ट तौर पर स्वीकार किया मिशन 6 क्या है, नहीं मालूम, लेकिन पंचायत चुनाव के खर्च के लिए पैसे मांगे गए थे। चुनाव से पहले ही मैंने 12 हजार दिए थे, बाद में 6 हजार वापस किया गया।"

 

मुद्दा गरमाता जा रहा है

 

जब एक ही संघ के भीतर अध्यक्ष, सचिव और अन्य पदाधिकारी “मिशन 6” से अनभिज्ञ हैं, वहीं कुछ सचिव पैसे जमा कर रहे हैं, तो मामला गंभीर बन जाता है। किसी प्रस्ताव की प्रति, आधिकारिक आदेश या पारदर्शी विवरण के अभाव में यह वसूली स्पष्ट रूप से नियमविरुद्ध और संघ के नाम पर की जा रही अवैध वसूली की ओर संकेत करती है।

 

जिला पंचायत सीईओ प्रेम कुमार पटेल ने कहा कि इस संबंध में अभी जानकारी नहीं, मै मामले को दिखाता हूं।

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Last modified on Sunday, 13 July 2025 09:48
रागनीति डेस्क-1

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