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एक साल घूमने के बाद अब अपर कलेक्टर ने दिए खोखले पेड़ को काटने के निर्देश,यहाँ रसूखदारों ने काट डाले नीम के हरे भरे पेड़ Featured

खैरागढ़. नगर में सिस्टम की खामी के 2 रंग नज़र आए। एक तरफ नगर में हरे भरे पेड़ों पर रसूखदारों ने कुल्हाड़ी चला दी। तो दूसरी ओर दुकान में गिरते एक विकृत प्रजाति के पेड़ को कटवाने के लिए एक व्यापारी एक साल से अधिक समय से चक्कर लगा रहा है। पर प्रशासन किसी बड़े हादसे के इंतज़ार में नज़र आता है। मामला गोलबाज़ार का है,गोलबाज़ार में एक किराने की दुकान लगाने वाले संजय फोटानी ने उक्त दुर्घटनाजन्य पेड़ को हटाने के लिए अपर कलेक्टर से गुहार लगाई है। जिसके बाद अब जाकर प्रशासनिक अमले को उक्त पेड़ को हटाने के निर्देश जारी किए गए हैं। अब देखना यह है कि उक्त आदेश के बाद यह पेड़ कब तक हटता है। क्योंकि इससे पहले एसडीएम, तहसीलदार सहित राजस्व अमला कई बार स्थल निरीक्षण कर चुका है। और दुकान में गिरते हुए उक्त पेड़ को भी देख चुका है। पर खोखला हो चुका पेड़ अभी बड़े हादसे के इंतज़ार में खड़ा है।इसमें गत 5 अगस्त को कलेक्टर के आदेश के बाद तहसीलदार,वन परिक्षेत्र अधिकारी और आरआई ने मौका निरीक्षण कर जांच प्रतिवेदन दिया है,जिसमें उक्त खोखले पेड़ को काटे जाने की अनुशंसा की गई है। हालांकि इसके पहले भी राजस्व व वन दोनों विभाग उक्त स्थल का मौका निरीक्षण किया जा चुका है।

 

यहां मौजूद है पेड़

 

राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार उक्त पेड़ नगर के गोलबाज़ार के ब्लॉक क्रमांक 06,भूखण्ड क्रमांक 404/714 में मौजूद है। जिसका रकबा 2525 वर्ग फुट है। जो पूरी तरह से खोखला हो चुका है।

 

वन विभाग को इस शर्त पर मिली अनुमति 

 

इधर,अपर कलेक्टर ने वन विभाग को इस शर्त पर पेड़ काटने की अनुमति दी है कि नियमानुसार नीलामी उपरांत राशि को राजस्व मद में जमा करा दिया जाएगा।

 

रसूखदारों ने काट डाले नीम के पेड़ 

 

इधर,वन विभाग की नाक के नीचे रसूखदारों ने बिना अनुमति नीम के खड़े पेड़ों की बलि दे दी। पर सबकुछ जानने के बाद न ही वन विभाग ने कोई कार्यवाही की। न ही उक्त पेड़ों की जानकारी ली गई । नीम के उक्त पेड़ों पर बकायदा शासकीय पेड़ होने का निशान लगाया गया था। इसके बावजूद पेड़ों की बलि दे दी गई और विभाग मौन रहा।

 

नियम में चले तो अनुमति की मार,रसूखदारों ने बिना अनुमति काट डाले पेड़

 

  • खोखले पेड़ को काटने में एक साल लगा,जबकि बिना अनुमति ही हरे भरे पेड़ कटे।

 

  •  बिजली विभाग हर साल मेनटेंनस के नाम पर पेड़ काटती है,पर उन्हें भी ये खोखला पेड़ नज़र नहीं आया।

 

  •  दुकानें के भीतर तक घुस चुकी हैं,खोखले पेड़ की जड़ें,पर प्रशासन की नज़र नहीं पड़ी
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Last modified on Saturday, 18 September 2021 14:36
रागनीति डेस्क-1

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