कोरिया : मध्य प्रदेश के उमरिया से एक दिल के मरीज को बिलासपुर लेकर आ रही कार को घुटरी टोला बैरियर के पास करीब डेढ़ घंटे तक रोक दिया गया इसी। दौरान हालत गंभीर होने की वजह से मरीज ने दम तोड़ दिया। परिजनों ने सरकारी सिस्टम पर आरोप लगाया है और शव लेने से मना कर दिया है।
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पूरा मामला:
जानकारी मिली है कि मध्यप्रदेश के उमरिया के रहने वाले नीलेश मिश्रा जो कोरबा एसईसीएल में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं अपने भाई और मां के साथ 78 वर्षीय पिता केशव प्रसाद मिश्रा को हृदय के इलाज के लिए बिलासपुर लेकर जा रहे थे हालत ज्यादा बिगड़ जाने की वजह से उन्होंने मनेंद्रगढ़ की तरफ से जाने का सोचा जैसे ही वह घुटरी टोला पहुंचे उन्हें छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने से चेक पोस्ट पर तैनात अधिकारियों ने रोक लिया जबकि नीलेश मिश्रा ने ईपास भी दिखाया इसके बावजूद भी उन्हें बॉर्डर क्रॉस करने नहीं दिया गया।
पुलिस वालों ने डेढ़ घंटे तक उन्हें रोके रखा, जबकि पिता की हालत बिगड़ती ही जा रही थी। आखिरकार इसी दौरान उनके पिता ने दम तोड़ दिया पूरा परिवार हाथ जोड़कर निवेदन करता रहा वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने मामले को देखते हुए भी उन पर तरस नहीं खाया।
मरने से पहले बुजुर्ग ने भी हाथ जोड़कर आग्रह किया था :
मिली जानकारी के मुताबिक हृदय के रोग से जूझ रहे बुजुर्ग पिता ने भी गाड़ी से उतरकर पुलिसकर्मियों से आग्रह किया, पर अंत में उन्होंने अपनी जान गवां दी।
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पुलिस का क्या कहना है :
पुलिसकर्मियों ने छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश बॉर्डर पर उनकी गाड़ी रोकी और ई पास दिखाने के बाद भी उन्हें जाने नहीं दिया। दरअसल पुलिस का कहना है कि उन्हें अनुमति अपने राज्य के साथ साथ जहां जा रहे है वहां के प्रशासन से भी अनुमति लेनी थी।क्योंकि रेड जोन वाले राज्य से आकर छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है।
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