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कैंप: राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में शामिल होने के पहले जरूरी सीख दी जा रही Featured

खो-खो के खिलाड़ियों को दे रहे हैं प्रशिक्षण


खैरागढ़ 00 महाराष्ट्र के नासिक में 3 दिसंबर से आयोजित होने वाले राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में भाग लेने वाली छग खोखो टीम का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शहर के फतेह मैदान में चल रहा है। बालक-बालिका 17 वर्ष दोनाें वर्ग में राज्य भर से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के बाद राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए चयनित 24 खिलाड़ियों को फतेह मैदान में खो-खो की तकनीक और अनुशासनात्मक सामंजस्य की सीख का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।


इसके लिए दल प्रबंधक जिला क्रीड़ा अधिकारी कन्हैया पटेल, कोच मोतीलाल साहू और मंजू शर्मा सुबह शाम फतेह मैदान में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए तैयार कर रहे है। राज्य स्तरीय टीम का प्रतिनिधित्व करने प्रशिक्षण में पहुंचे खिलाड़ियों में बालक वर्ग में दुर्ग, नारायणपुर, धमतरी, रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव के खिलाड़ी शामिल हैं। बालिका वर्ग में दूर्ग, नारायणपूर, कांकेर, राजनांदगांव, भिलाई, रायगढ़, बलौदाबाजार सहित जशपूर के खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। तीन दिन के प्रशिक्षण के बाद दोनाें दल 1 दिसंबर को खैरागढ़ से सीधे नासिक महाराष्ट्र में राष्ट्रीय स्पर्धा में भाग लेने रवाना होंगें । इस बार की राष्ट्रीय स्पर्धा में छग को खो-खों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद बढ़ गई है। प्रशिक्षण के दौरान स्थानीय जिला शिक्षा कार्यालय में आयोजित सादे कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न प्रांताें से आए युवा खिलाड़ियों को प्रदेश का ड्रेस किट जिला शिक्षा अधिकारी एफ एल कोसरिया की उपस्थिति में वितरित किया गया। छात्रों को संबोधित करते जिला शिक्षा अधिकारी कोसरिया ने जीत की शुभकामनाएं देते खिलाड़ियों से राष्टीय स्पर्धा में अवसर नही खोने और जीत के साथ प्रदेश का नाम रोशन करने की बात कही ।

 

सेमी फाइनल तक का सफर किया था पूरा


पिछली बार आयोजित राष्ट्रीय स्पर्धा में छग की खो-खो टीम ने सेमीफायनल तक का सफर किया था। इस दौरान सेमीफाइनल में हार के बाद चौथे स्थान पर रही थी। इससे पहले छग को तीसरे स्थान से संतुष्ट होना पड़ा था। दल प्रबंधक कन्हैया पटेल ने बताया कि इस बार खोखो वर्ग में प्रदेश के खिलाड़ियों का सर्वोच्च प्रदर्शन रहा है। इसके बाद आयोजित प्रशिक्षण शिविर में पिछले बार हुई गलतियों और तकनीकी दिक्कतों में सुधार का अभ्यास कराया जा रहा है।

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रागनीति डेस्क-1

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