खैरागढ़. नगरपालिका के सीएमओ प्रमोद शुक्ला को निलंबित कर दिया गया। स्वच्छता श्रृंगार में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे शुक्ला पर निलंबन की कार्यवाही कांग्रेस शासन काल में डोंगरगढ़ में हुए भ्रष्टाचार के मामले में की गई है। राज्यपाल के अवर सचिव अजय तिर्की के हस्ताक्षर से जारी आदेश में सीएमओ शुक्ला को डोंगरगढ़ में पदस्थापना के दौरान 2022 - 23 में अध्यक्ष निधि व पार्षद निधि से विभिन्न वार्डो में नलकूप खनन,घड़ी स्थापना कार्य,नाली निर्माण कार्य, उद्यान निर्माण कार्य,इंटर लोकिंग कार्य सहित अन्य मामलों में निविदा आमंत्रण शर्तो की अवहेलना कर निर्माण कराने के मामले में दोषी पाया गया है। नियम 2017 के नियम 33 के तहत निलंबित किया गया है।
खैरागढ़ में भी लग चुके हैं भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों के आरोप
खैरागढ़ नगरपालिका में भी पदस्थापना से अब तक स्वच्छता श्रृंगार में भ्रष्टाचार से लेकर अन्य मामलों में गड़बड़ियों के आरोप लग चुके हैं। जिन शिकायतों पर कलेक्टर ने जाँच कमेटी बनाई है। पालिका में लापरवाही के चलते निर्माण कार्य बाधित हैं। यहाँ भी निविदा प्रक्रिया को उलझा दिया गया है। जिसकी वजह से 15 वें वित्त और अधो संरचना मद के कार्यों में अब तक कार्य आदेश जारी नहीं हो पाया है।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉल रेंस की नीति - भागवत शरण सिंह
मामले पर सांसद प्रतिनिधि भागवत शरण सिंह ने कहा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय स्पष्ट कर चुके हैं। भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी और भ्रष्टाचारियों को बक्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जो भ्रष्टाचार करेगा वो बख्शा नहीं जाएगा। कॉंग्रेस शासनकाल में बड़ी गड़बड़ियाँ हुई है, कार्यवाही अब हो रही है।