रायपुर : आज यानी 31 मई को आईएएस डॉ आलोक शुक्ला और आईएएस एनके शुक्ला की रिटायरमेंट की तारीख है पर रविवार हो जाने की वजह से दोनों आईएएस अधिकारी को कल यानी शनिवार को ही सेवानिवृत्त होना पड़ा।
गौरतलब है कि प्रदेश के प्रमुख सचिव स्कूल एजुकेशन, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास के साथ चेयरमैन व्यापम और चेयरमैन माध्यमिक शिक्षा मंडल का चार्ज डॉक्टर आलोक शुक्ला के पास था। जाहिर सी बात है इस विभाग में रहते हुए जो काम डॉक्टर आलोक शुक्ला ने किया इसको आगे जारी रखना किसी अन्य अधिकारी के लिए मुश्किल होगा। ऐसे में संभावना है कि डॉक्टर आलोक शुक्ला को ही इस विभाग में संविदा पोस्टिंग मिलेगी और इसी विभाग में काम करते रहेंगे।
वहीं दूसरी ओर आईएएस एनके शुक्ला की बात की जाए तो टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के डायरेक्टर थे और उनके सेवानिवृत्त होने से यह पद रिक्त हो गया है। बताते चलें कि बिल्डिंग निर्माण के लिए भी इसी विभाग से अनुमति लेनी होती है।देखने वाली बात होगी कि इस विभाग में सरकार किस जिम्मेदार अधिकारी को बैठाती है।
मुख्यमंत्री के सिकरेट्री टामन सिंह सोनवानी की बात की जाए तो इन्हें लोक सेवा आयोग (PSC) का चेयरमैन बनाया जा रहा है दामन सिंह के पास मुख्यमंत्री सचिवालय के अलावा डायरेक्टर एग्रीकल्चर, कमिश्नर गन्ना का प्रभार है।
बताते चलें कि 27 मई को प्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की बड़ी तादाद में फेरबदल की गई।इसी दौरान नरेंद्र दुग्गे को बीज विकास निगम से सरकार ने हटा दिया था और उनकी जगह पर आई एफ एस अनिल साहू को बीज निगम का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया लेकिन दुग्गे को किसी तरह का चार्ज नहीं मिला।अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार दुग्गे को भी चार्ज दिया जा सकता है।हो सकता है आई ए एस एन के शुक्ला के विभाग का चार्ज दुख के को मिल जाए।
भारतीय प्रशासनिक सेवा 1997 बैच की आईएएस अधिकारी एम गीता की बात की जाए तो हार्वर्ड से मैनेजमेंट का कोर्स करके लौट चुकी हैं और दिल्ली में क्वॉरेंटाइन है। जल्द ही रायपुर आ जाएंगी हो सकता है उन्हें भी किसी तरह का चार्ज दिया जाए।
छत्तीसगढ़ में आईएएस को खीर पूड़ी तो आईपीएस को दाल भात ✍️जितेंद्र शर्मा
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